वसुंधरा के लिए लड़ने वाली आवाज़ हुई खामोश, नहीं रहे समाजसेवी यू. बी. गर्ग

विभु मिश्रा 
गाजियाबाद। वसुंधरा क्षेत्र के जाने-माने समाजसेवी और विकास कार्यों की कई लड़ाइयों के अग्रणी रहे ई. उदयभान गर्ग (यू. बी. गर्ग) का निधन हो गया। भारत सरकार के निर्माण विभाग से सेवानिवृत्त अधिशासी अभियंता रहे गर्ग साहब ने वसुंधरा को एक बेहतर और सुविधाओं से संपन्न क्षेत्र बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। वे सेक्टर-11, मकान संख्या 749 के निवासी थे।

वसुंधरा के विकास के लिए जिया जीवन

यू. बी. गर्ग ने क्षेत्र के विकास को लेकर हमेशा अग्रणी भूमिका निभाई। सरकारी अस्पताल, कॉलेज, स्टेडियम और पोस्ट ऑफिस जैसी जरूरतों के लिए उन्होंने वर्षों तक संघर्ष किया। कई बार उन्होंने इन मांगों को लेकर अदालत तक लड़ाई लड़ी। उनके प्रयासों का ही नतीजा है कि वसुंधरा आज गाजियाबाद के विकसित इलाकों में गिनी जाती है।

बिना पद के जनता के नेता

गर्ग साहब ने कभी किसी पद या राजनीतिक पहचान की इच्छा नहीं रखी। वे हर मुद्दे पर निष्पक्ष और सच्ची आवाज उठाने के लिए जाने जाते थे। चाहे सफाई व्यवस्था का मामला हो या सरकारी सुविधाओं की मांग, वे हमेशा लोगों के साथ खड़े रहे। उनकी सादगी, ईमानदारी और लगन ने उन्हें वसुंधरा के “भीष्म पितामह” की उपाधि दिलाई।

टीएचए में शोक की लहर

उनके निधन से वसुंधरा सहित पूरा ट्रांस हिंडन क्षेत्र शोक में डूबा है। स्थानीय निवासियों और सामाजिक संस्थाओं ने उन्हें सच्चा कर्मयोगी और प्रेरणास्रोत बताते हुए श्रद्धांजलि दी है।

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