एसिडिटी की राहत नहीं, जहर का घूंट! दिल्ली में नकली ईनो फैक्ट्री का भंडाफोड़

बरामद नकली ईनो
विभु मिश्रा
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में नकली ईनो बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। क्राइम ब्रांच ने इब्राहिमपुर इलाके में छापा मारकर 91 हजार से ज्यादा नकली ईनो सैशे, कच्चा माल और पैकिंग मशीनें जब्त की हैं। दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जो लंबे समय से इस खतरनाक धंधे को चला रहे थे।

नकली राहत का असली कारोबार

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच (NR-I यूनिट, प्रशांत विहार) ने एक गुप्त सूचना और कंपनी की शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई की। पुलिस ने मौके से 91,257 नकली सैशे, 80 किलो कच्चा माल, 13.08 किलो प्रिंटेड रोल, 54,780 ईनो मार्क स्टिकर, 2,100 पैकेट, और सैशे भरने की मशीन बरामद की। यह सब असली ईनो की हूबहू पैकिंग में तैयार किया गया था ताकि बाजार में बिना शक बिक सके।
क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में आरोपी

गिरफ्तार आरोपी और जांच की दिशा

पुलिस ने संदीप जैन (45 वर्ष) और जितेंद्र उर्फ छोटू (23 वर्ष) को गिरफ्तार किया है, जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश के सीतापुर के रहने वाले हैं। आरोपी किराये के मकान में पूरी यूनिट चलाकर नकली ईनो तैयार करते थे और छोटे दुकानदारों को थोक में सप्लाई करते थे। क्राइम ब्रांच के मुताबिक, यह फैक्ट्री कई महीनों से सक्रिय थी। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इस नकली ईनो की सप्लाई दिल्ली-एनसीआर से बाहर किन-किन राज्यों में की गई।

सेहत पर गंभीर खतरा, प्रशासन पर सवाल

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ऐसे नकली एंटासिड पाउडर में हानिकारक रसायन और गलत मात्रा में तत्व मिलाए जा सकते हैं, जो पेट में जलन, उल्टी, गैस्ट्रिक इंफेक्शन और एलर्जी जैसी दिक्कतें पैदा कर सकते हैं। हैरानी की बात यह है कि दिल्ली जैसे शहर में, जहां हर स्तर पर निगरानी एजेंसियां मौजूद हैं, वहां इतने बड़े पैमाने पर नकली दवा फैक्ट्री का चलना प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करता है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे केवल प्रमाणित मेडिकल स्टोर्स से ही दवा खरीदें और संदिग्ध उत्पाद की सूचना तुरंत दें।

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