राजनगर एक्सटेंशन: जिस फ्लैट के लिए दिए पैसे, वो मिला नहीं! डीएम के आदेश पर बिल्डर पर एफआईआर

डीएम रविंद्र कुमार मांदड़
विभु मिश्रा 
गाजियाबाद। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ ने गाजियाबाद में क्लासिक होम्स सोसायटी के एक बिल्डर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश जारी किया है। यह कार्रवाई एक फ्लैट खरीदार की शिकायत पर की गई, जिन्होंने पूरा भुगतान करने के बावजूद फ्लैट का कब्ज़ा (पजेशन) न मिलने, बुकिंग रसीद न देने और बिल्डर द्वारा जबरन पैसा लौटाने की धमकी दिए जाने की बात कही। डीएम ने इस मामले को धोखाधड़ी और मानसिक उत्पीड़न करार दिया है।

​फ्लैट के बदले मिली 'धमकी'

​सिटी मजिस्ट्रेट संतोष उपाध्याय के अनुसार, जनसुनवाई में शिकायतकर्ता नीति शर्मा ने बताया कि उन्होंने राजनगर एक्सटेंशन स्थित क्लासिक होम्स सोसायटी में दो फ्लैट बुक किए थे। उन्होंने बिल्डर को पूरा भुगतान कर दिया, लेकिन इसके बावजूद उन्हें न तो बुकिंग की रसीद दी गई और न ही अब फ्लैट का कब्ज़ा दिया जा रहा है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि विकासकर्ता ने फ्लैट देने से मना कर दिया और शिकायतकर्ता को जबरन उनके पैसे वापस लेने की धमकी दी।

प्रतीकात्मक चित्र

सहमति का रास्ता बंद

​मामला सामने आने के बाद, शिकायतकर्ता नीति शर्मा और बिल्डर के प्रतिनिधि विद्या शुक्ला को सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय बुलाया गया। कई बार आमने-सामने बातचीत की गई और दोनों पक्षों के बीच सहमति बनाने की कोशिश की गई। हालांकि, बिल्डर के प्रतिनिधि की हठधर्मिता और असहयोगपूर्ण रवैये के कारण बातचीत विफल रही। इस पूरे घटनाक्रम से यह स्पष्ट हुआ कि बिल्डर जानबूझकर खरीदार के साथ वित्तीय धोखाधड़ी कर रहा है और उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है।

​डीएम का निर्णायक प्रहार

​मामले की गंभीरता को देखते हुए, जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ ने तुरंत कमिश्नर को पत्र लिखकर क्लासिक होम्स के विकासकर्ता के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही, डीएम ने जिले की आवासीय कॉलोनियों में प्रबंधन, रख-रखाव, और जनसुविधाओं की समस्याओं के लिए गठित टास्क फोर्स को भी इस विशेष मामले की गहन जाँच करने का जिम्मा सौंपा है।

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