पति ने काट दी पत्नी की नाक, फोन पर बात करते देख बना हैवान



विभु मिश्रा 

हरदोई। शक कभी-कभी इंसान को इतना अंधा कर देता है कि वह इंसान से हैवान बन जाता है। ऐसा ही एक खौफनाक मामला सामने आया है उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले से, जहां एक पति ने सिर्फ इस शक में कि उसकी पत्नी किसी और से फोन पर बात कर रही थी, उसकी नाक ही दांतों से काट डाली। घटना ने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया है और डॉक्टर्स तक इस अमानवीय हरकत को देखकर दंग रह गए।

फोन पर बातचीत बनी वजह

यह दर्दनाक वारदात हरियावां थाना क्षेत्र के गांव शाहपुर बिनौरा के मजरा देवरिया प्रसिद्ध नगर में हुई। जानकारी के मुताबिक, बुधवार देर शाम रामखिलावन नाम का व्यक्ति अपनी पत्नी पूजा को गांव के ही एक युवक से मोबाइल फोन पर बात करते हुए देख बैठा। शक ने उसके दिमाग पर ऐसा असर डाला कि गुस्से में उसने पहले तो पत्नी से बहस शुरू की और फिर देखते ही देखते मामला हाथापाई तक जा पहुंचा।

दांतों से काट डाली पत्नी की नाक

बहस इतनी बढ़ गई कि रामखिलावन ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं। वह पत्नी को पीटते-पीटते इतने गुस्से में आ गया कि उसने अचानक अपने दांतों से पत्नी की नाक काट डाली। महिला की चीख-पुकार सुनकर आस-पड़ोस के लोग भी दहल उठे। पूरा चेहरा खून से सना था और हालत बेहद गंभीर हो गई।

घायल महिला ने खुद दी पुलिस को सूचना

पूजा किसी तरह खुद को संभालते हुए खून से लथपथ हालत में पुलिस को फोन कर सकी। पुलिस मौके पर पहुंची और महिला को पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, फिर जिला अस्पताल और बाद में लखनऊ के पीजीआई के लिए रेफर कर दिया गया। महिला की हालत नाजुक बताई जा रही है और डॉक्टर्स ने तत्काल सर्जरी की तैयारी शुरू कर दी।

पॉलिथीन में रखकर भेजी कटी हुई नाक

डॉक्टर्स को उम्मीद है कि अगर समय पर सर्जरी हो जाए तो महिला की नाक को वापस जोड़ा जा सकता है। इसी के तहत पुलिस ने कटी हुई नाक को साफ-सुथरे ढंग से पॉलिथीन में पैक कर बर्फ में रखा और उसे पीजीआई के लिए भेज दिया। डॉक्टरों का कहना है कि यह एक रेस अगेंस्ट टाइम है।

आरोपी पति गिरफ्तार

पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी पति रामखिलावन के खिलाफ IPC की गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी को जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा और सख्त सजा की मांग की जाएगी। फिलहाल गांव में डर और गुस्से का माहौल है।

क्या कहते हैं मनोचिकित्सक

इस तरह की घटनाएं समाज को झकझोर देती हैं। मनोविशेषज्ञों के अनुसार, यह घटना महज घरेलू हिंसा नहीं बल्कि गहरे मानसिक असंतुलन और अविश्वास की चरम सीमा का प्रतीक है। पुलिस को चाहिए कि आरोपी की मानसिक स्थिति की भी जांच कराए ताकि सच्चाई सामने आ सके।


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