बुलंदशहर में एसटीएफ का बड़ा एक्शन: एक लाख का इनामी बदमाश विनोद गड़रिया ढेर

विभु मिश्रा

बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ जारी अभियान के तहत एक बड़ी सफलता मिली है। नोएडा एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने बुलंदशहर में एक लाख के इनामी बदमाश विनोद गड़रिया को एक मुठभेड़ में मार गिराया। यह मुठभेड़ जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के ग्यारह मील इलाके में हुई, जहां कुख्यात अपराधी विनोद गड़रिया ने एसटीएफ टीम पर हमला किया, जिसके जवाब में एसटीएफ ने भी फायरिंग की। इस मुठभेड़ में जहां विनोद गड़रिया ढेर हो गया, वहीं एसटीएफ के दो जांबाज सिपाही सुमित और अनुज भी घायल हो गए, जिन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि उत्तर प्रदेश पुलिस अपराधियों के खिलाफ कोई ढिलाई नहीं बरतने वाली।

एसटीएफ की दिलेरी और कार्रवाई

नोएडा एसटीएफ को विनोद गड़रिया के बुलंदशहर में होने की गुप्त सूचना मिली थी। इसी सूचना के आधार पर एसटीएफ की एक टीम ने जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के ग्यारह मील इलाके में घेराबंदी की। जैसे ही एसटीएफ ने बदमाश को घेरने की कोशिश की, विनोद गड़रिया ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। एसटीएफ ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए मोर्चा संभाला। दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में विनोद गड़रिया गंभीर रूप से घायल हो गया और बाद में उसकी मौत हो गई। इस बहादुरी भरे ऑपरेशन के दौरान एसटीएफ के दो जवान सुमित और अनुज भी घायल हुए हैं, जो फिलहाल अस्पताल में भर्ती हैं और उनका इलाज चल रहा है।

कुख्यात विनोद गड़रिया का खूनी इतिहास

विनोद गड़रिया, जो कैराना का निवासी था, उसका अपराध जगत में एक लंबा और खौफनाक इतिहास रहा है। उस पर सिर्फ एक या दो नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में तीन दर्जन से अधिक संगीन मामले दर्ज थे। इन मामलों में हत्या, लूट, डकैती, रंगदारी और अपहरण जैसे गंभीर अपराध शामिल थे। वह लंबे समय से पुलिस की गिरफ्त से फरार था और उस पर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित था। विनोद गड़रिया अपने गिरोह के साथ मिलकर कई बड़े आपराधिक वारदातों को अंजाम दे चुका था, जिससे कई जिलों की पुलिस उसकी तलाश में थी। उसकी गिरफ्तारी या मुठभेड़ पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई थी।

बरामद हथियार और आगे की जांच

मुठभेड़ स्थल से एसटीएफ ने विनोद गड़रिया के कब्जे से दो पिस्टल, एक तमंचा और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए हैं। इसके अलावा एक मोटर साइकिल भी जब्त की गई है, जिसका इस्तेमाल अपराधी भागने के लिए कर रहा था। पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि विनोद गड़रिया के साथ और कौन-कौन लोग शामिल थे और उसका नेटवर्क कितना बड़ा था। एडिशनल एसपी एसटीएफ नोएडा, राजकुमार मिश्रा ने बताया कि विनोद गड़रिया का मारा जाना अपराध जगत के लिए एक बड़ा झटका है और इससे क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिलेगी।




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