- लिंक पाएं
- X
- ईमेल
- दूसरे ऐप
विभु मिश्रा
उत्तर प्रदेश। उन्नाव में एक आम युवक ने ऐसा काम कर दिखाया, जिसे जानकर हर कोई उसे सलाम कर रहा है। बारिश में धंसे रेलवे ट्रैक को देखकर उसने जिस तरह समझदारी दिखाई, वो किसी बड़े अफसर से कम नहीं थी। उसकी लाल टीशर्ट और तेज़ दिमाग ने मिलकर वो कर दिखाया, जो शायद रेलवे का अलार्म सिस्टम भी समय पर न कर पाता।
पटरी पर दिखा खतरा, बिना डरे लिया फैसला
घटना उन्नाव के दबौली गांव की है। वहां रहने वाला युवक बारिश के बाद अंडरपास की स्थिति देखने निकला था। रास्ते में उसकी नजर रेलवे ट्रैक पर पड़ी, जहां मिट्टी बह जाने से पटरी की नींव कमजोर हो चुकी थी और एक दरार दिख रही थी। तभी सामने से बालामऊ पैसेंजर ट्रेन आती नजर आई। वक्त नहीं था सोचने का — युवक ने तुरंत अपनी लाल टीशर्ट उतारी और उसे हवा में लहराने लगा।
पायलट ने समझा इशारा, तुरंत रोकी ट्रेन
लोको पायलट ने लाल टीशर्ट को खतरे का संकेत माना और समय रहते इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए। ट्रेन थमी तो पूरे स्टाफ के होश उड़ गए। जब उन्होंने ट्रैक को देखा तो पाया कि कुछ मीटर आगे की पटरी पूरी तरह धंसी हुई थी। सूचना मिलते ही रेलवे इंजीनियरिंग टीम मौके पर पहुंची और करीब दो घंटे की मेहनत के बाद ट्रैक को दोबारा दुरुस्त किया गया।
गांव का लड़का बना हीरो
जिस लड़के को लोग कल तक मामूली समझते थे, आज वो गांव का हीरो बन गया है। रेलवे प्रशासन उसकी बहादुरी की खुलकर तारीफ कर रहा है और उसे सम्मानित करने की तैयारी में है। सोशल मीडिया पर उसे ‘लाल टीशर्ट वाला रक्षक’ कहकर लोग शेयर कर रहे हैं। अगर उस पल वो युवक न होता, तो ट्रेन में सवार सैकड़ों मुसाफिर आज किसी हादसे का हिस्सा बन चुके होते।

टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें