कांवड़ यात्रा 2025: कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए क्या है फुलप्रूफ प्लान, जानिए

विभु मिश्रा

गाजियाबाद। कांवड़ यात्रा 2025 को लेकर मेरठ ज़ोन में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतज़ाम किए गए हैं। करोड़ों शिवभक्तों की आस्था के इस महापर्व को शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रूप देने के लिए पुलिस-प्रशासन ने बहुस्तरीय सुरक्षा योजना बनाई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी स्वयं अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सुरक्षा और व्यवस्थाओं में किसी प्रकार की लापरवाही न हो। लखनऊ से वह खुद पूरे ऑपरेशन की लगातार निगरानी कर रहे हैं।

भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती

मेरठ ज़ोन के अंतर्गत मेरठ, गाज़ियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर और बागपत में इस बार 15,000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। इसमें प्रांतीय सशस्त्र बल (PAC), त्वरित कार्यबल (RAF), महिला पुलिस, होमगार्ड और यातायात पुलिस को शामिल किया गया है। यात्रा मार्ग को 57 ज़ोन और 155 सेक्टर में विभाजित किया गया है, हर बीट पर हर 750 मीटर पर सुरक्षा कर्मी तैनात रहेंगे। इसके साथ ही, कुछ पुलिसकर्मी कांवड़ियों के भेष में यात्रा मार्ग पर मौजूद रहेंगे, ताकि भीतर से निगरानी और नियंत्रण सुनिश्चित किया जा सके।

निगरानी के लिए ड्रोन, कैमरे और नियंत्रण केंद्र

पूरे ज़ोन में 50 वॉच टावर, 75 ड्रोन कैमरे, और 300 से अधिक निगरानी कैमरे (सीसीटीवी) लगाए जाएंगे। यह कैमरे मुख्य मार्गों, प्रमुख मंदिरों, जल वितरण केंद्रों और चौराहों पर रहेंगे। इनके जरिए निगरानी के लिए पाँच नियंत्रण कक्ष (कंट्रोल रूम) स्थापित किए गए हैं, जैसे गाज़ियाबाद के मोदीनगर, मुरादनगर, टीला मोड़ और मेरठ रोड तिराहा। यह केंद्र 24 घंटे सक्रिय रहेंगे।

राहत केंद्र और सुविधाएं

कांवड़ियों की सुविधा के लिए मेरठ ज़ोन में 838 अस्थायी सहायता केंद्र, 184 विश्राम ज़ोन, 150 जल वितरण टैंकर, 30 एम्बुलेंस वाहन और 20 प्राथमिक उपचार शिविर तैयार किए गए हैं। प्रत्येक सहायता केंद्र पर पेयजल, प्राथमिक चिकित्सा, आराम और दिशा-निर्देश की समुचित व्यवस्था रहेगी। साथ ही, खोया-पाया केंद्र और आपातकालीन सहायता नंबरों की जानकारी जगह-जगह प्रदर्शित की जा रही है।

अफवाहों पर नियंत्रण और सोशल मीडिया निगरानी

इस बार यात्रा मार्गों और धार्मिक स्थलों पर अफवाहों से बचाव के लिए एक विशेष सोशल मीडिया निगरानी प्रकोष्ठ बनाया गया है, जो 24 घंटे ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखेगा। झूठी या भड़काऊ खबरों को फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके अतिरिक्त, प्रशासन ने आम जनता और स्वयंसेवी संस्थाओं से सहयोग की अपील की है।

पूरे ज़ोन में एकसमान सतर्कता

मेरठ-हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर अलग लेन, भारी वाहनों का डायवर्जन, और शिवालयों पर विशेष सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। गाज़ियाबाद में दूधेश्वरनाथ मंदिर, हापुड़ में ब्रजघाट, बागपत में पुरा महादेव और बुलंदशहर में अंबकेश्वर महादेव जैसे मंदिरों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात रहेगा। ग्रामीण मार्गों और पुलों पर गश्त भी बढ़ाई गई है।

वरिष्ठ अधिकारियों के सख्त निर्देश

मेरठ ज़ोन के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) कलानिधि नैथानी ने सभी ज़िलों के पुलिस अधीक्षकों, और गाज़ियाबाद व नोएडा के पुलिस आयुक्तों को विशेष निर्देश दिए हैं कि सुरक्षा व्यवस्था में कोई ढील न बरती जाए। कंट्रोल रूम, महिला सुरक्षा, संवेदनशील स्थलों पर गुप्त निगरानी और त्वरित कार्रवाई दलों को हमेशा तैयार रखा जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं राजधानी लखनऊ से इस पूरे अभियान की समीक्षा कर रहे हैं और अधिकारियों को सतर्कता बरतने के निर्देश दे चुके हैं।

जागरूकता और संयम की अपील

प्रशासन द्वारा जगह-जगह जागरूकता अभियान, पेंटिंग्स, सूचना बोर्ड और डिजिटल डिस्प्ले के माध्यम से श्रद्धालुओं को दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं। यात्रा मार्गों पर शराब और मांस की दुकानें बंद रहेंगी और प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। शांति, स्वच्छता और नियमों के पालन की अपील प्रशासन लगातार कर रहा है।






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