प्राइवेट बैंक की गुंडई, पति नहीं भर पाया किश्त तो पत्नी को बना लिया बंधक

विभु मिश्रा

झांसी। झांसी में एक प्राइवेट लोन देने वाले बैंक ने वसूली का ऐसा तरीका अपनाया कि लोग सुनकर दंग रह गए। बैंक वालों ने लोन की किश्त न चुकाने पर ग्राहक की पत्नी को ही बैंक में घंटों तक बैठा लिया और तब तक नहीं छोड़ा, जब तक पति पैसा लेकर नहीं आया। ये मामला अब पुलिस तक पहुंच चुका है।

कहां का है मामला

पूरा मामला मोंठ थाना क्षेत्र के बम्हरौली के आजाद नगर मोहल्ले का है। यहां सोमवार दोपहर करीब 12 बजे एक प्राइवेट माइक्रोफाइनेंस बैंक में महिला पूजा वर्मा को जबरन बैठाकर रखा गया। उनके पति रविंद्र वर्मा पर ₹40,000 के ग्रुप लोन की कुछ किश्तें बाकी थीं। बैंक वालों ने पूजा वर्मा से कहा कि जब तक पति बकाया रकम जमा नहीं करेगा, वो बाहर नहीं जा सकती।

किश्तें जमा की थीं, एजेंट ने हड़प लीं

रविंद्र वर्मा, जो बाबई रोड, पूंछ थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं, का कहना है कि उन्होंने अब तक 11 किश्तें भरी हैं, लेकिन बैंक के रिकॉर्ड में सिर्फ 8 दिखाई जा रही हैं। उनका आरोप है कि बैंक एजेंट कौशल और धर्मेंद्र ने तीन किश्तों की रकम खुद रख ली और बैंक में जमा नहीं की। इस विवाद के बीच बैंक वालों ने सीधे पत्नी को पकड़कर घंटों बैंक में बैठा दिया।

पुलिस ने महिला को छुड़ाया

जब रविंद्र को पत्नी को छोड़े जाने की कोई उम्मीद नहीं दिखी तो उन्होंने डायल‑112 पर पुलिस को कॉल कर दिया। PRV की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और महिला को मुक्त कराया। फिर पुलिस उसे कोतवाली मोंठ ले गई, जहां उसने लिखित में शिकायत दी। पुलिस ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और बैंक के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।

क्या बोला बैंक मैनेजर

बैंक मैनेजर अनुज कुमार का कहना है कि महिला खुद बैंक आई थी, उसे रोका नहीं गया। जबकि पीड़ित पक्ष का कहना है कि उसे धमकाकर रोका गया और जबरन घंटों बैठा कर मानसिक रूप से परेशान किया गया। अब मामला पुलिस की फाइल में है, लेकिन सवाल बैंक के काम करने के तरीके पर जरूर खड़े हो गए हैं।








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