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विभु मिश्रा
गाजियाबाद। कल्पना कीजिए आप होटल के कमरे में आराम कर रहे हों या चेंजिंग रूम में कपड़े बदल रहे हों और कोई गुपचुप आपकी हर हरकत रिकॉर्ड कर रहा हो। डरावना है न? लेकिन ये सिर्फ डर नहीं, हकीकत बन चुकी है। देशभर से ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां महिलाओं और युवतियों की निजी पलों की रिकॉर्डिंग चोरी-छिपे की गई। अब सवाल ये है आप कैसे सतर्क रहें?
हर रोज़ की जगहों में मौजूद खतरा
छोटे, वायरलेस और आसानी से छुपाए जाने वाले कैमरे अब टॉयलेट, होटल रूम, चेंजिंग रूम और यहां तक कि घरों में भी निजी पलों की जासूसी के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं।
ये कैमरे अक्सर इन चीज़ों में छिपाए जाते हैं:
- दोहरे शीशे (one-way mirrors)
- स्मोक डिटेक्टर
- अलार्म क्लॉक
- बल्ब और नाइट लैम्प
- फोटो फ्रेम
- टीवी के पीछे
- टिश्यू बॉक्स
- यहां तक कि दीवार की दरारों या वेंटिलेशन ग्रिल में भी।
हाल ही की घटना
हाल ही में बेंगलुरु में एक आईटी कंपनी में काम करने वाली महिला ने अपने ऑफिस के वॉशरूम में मोबाइल कैमरे से खुद का वीडियो बनते देखा। उन्हें दरवाजे के नीचे से परछाईं दिखाई दी, और जब उन्होंने ऊपर चढ़कर देखा, तो उनका सहकर्मी बगल वाले स्टॉल में वीडियो बना रहा था। महिला ने उसे रंगे हाथ पकड़ा, पुलिस में शिकायत की लेकिन आरोपी को जमानत मिल गई।
पहले भी दर्ज हैं ऐसे कई केस
- 2015 में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मुंबई के एक बड़े स्टोर में चेंजिंग रूम की दीवार पर लगे कैमरे की शिकायत की थी।
- 2019 में दिल्ली के एक होटल में चेकइन करने के बाद कपल ने रूम में कैमरा पकड़ा, वो बल्ब के अंदर छुपा था।
- 2023 में जयपुर के एक पीजी में लड़कियों के बाथरूम में कैमरा मिला। हाउसकीपर गिरफ्तार हुआ।
कैसे बचें? कुछ आसान लेकिन असरदार ट्रिक्स
लाइट बंद करें, फ्लैश जलाएं: किसी कोने से अगर चमक (रिफ्लेक्शन) दिखे, तो वहां कैमरा हो सकता है।
उंगली से शीशा चेक करें: टू-वे मिरर की जांच के लिए उंगली को शीशे से लगाकर देखें अगर इमेज और उंगली जुड़ी हो, तो खतरा है।
तार और छेद देखें: कोई अतिरिक्त वायर, बटन या छेद असामान्य लगे तो तुरंत सतर्क हो जाएं।
मोबाइल ऐप और डिटेक्टर का इस्तेमाल करें: Hidden Camera Detector जैसे ऐप कुछ संकेत दे सकते हैं, लेकिन भरोसेमंद नहीं।
असामान्य आवाज़ें सुनें: कुछ कैमरे चलते वक्त हल्की बीप या क्लिक की आवाज़ करते हैं।
अगर कैमरा मिल जाए तो घबराएं नहीं, ये करें
- कैमरे को हाथ न लगाएं, पुलिस को तुरंत बुलाएं।
- वहां रुकें और फोटो खींच लें ताकि सबूत सुरक्षित रहे।
- cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें।
- अपनी प्राइवेसी से समझौता न करें, आवाज उठाना ही सबसे पहला कदम है।
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