महापौर और नगर आयुक्त ने किया नंदी पार्क गौशाला का औचक निरीक्षण, व्यवस्थाएं मिलीं चाक-चौबंद

विभु मिश्रा

गाजियाबाद। महापौर सुनीता दयाल और नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने संयुक्त रूप से नंदी पार्क गौशाला का औचक निरीक्षण किया, जहां निराश्रित गोवंश के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। निरीक्षण के दौरान गौशाला में साफ-सफाई, स्वच्छ पानी और हरे चारे की उत्कृष्ट व्यवस्था पाई गई, जिस पर महापौर ने संतोष व्यक्त किया।

गोवंश के लिए बेहतर सुविधाएं

निरीक्षण के दौरान, अधिकारियों ने गोवंश को गुड़ और हरा चारा खिलाया। महापौर ने विशेष रूप से पेयजल के लिए बनाए गए नाद और भूसा व हरे चारे के गोदामों का निरीक्षण किया। बढ़ती गोवंश की संख्या को देखते हुए, महापौर और नगर आयुक्त ने निर्माण विभाग को अतिरिक्त शेड बनाने के निर्देश दिए। वर्तमान में गौशाला में 19 शेड हैं, जिनमें 956 नंदी और 929 गायों को अलग-अलग रखा जाता है। खोर की साफ-सफाई भी संतोषजनक पाई गई, जिसमें 63 कर्मचारी लगातार कार्यरत हैं।

गौशाला को आत्मनिर्भर बनाने की पहल

नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि निरीक्षण के दौरान सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त मिलीं। गाजियाबाद नगर निगम नंदी पार्क गौशाला को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रहा है। वर्तमान में, गौशाला में मशीनों द्वारा उपले बनाने, वर्मी कंपोस्ट तैयार करने, और गौमय लकड़ी बनाने का कार्य चल रहा है। इसके अतिरिक्त, गोबर से गमले और मूर्तियां बनाने का काम भी प्रगति पर है। नगर आयुक्त ने बताया कि गोबर के जनहित उपयोग को बढ़ाने के लिए भी योजनाएं बनाई जा रही हैं, जिसमें गोबर से पेंट बनाने और अन्य उत्पादों में इसके इस्तेमाल पर विचार किया जा रहा है, जिससे गौशाला को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जा सकेगा।

वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति

इस औचक निरीक्षण के दौरान अपर नगर आयुक्त जंग बहादुर यादव, उप मुख्य पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. अनुज, और मुख्य पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. आशीष सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।



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