गाजियाबाद: KW सृष्टि सोसायटी में 'सूखे' के सात दिन, बिल्डर की मनमानी से 1500 परिवार बेहाल!



विभु मिश्रा 

गाजियाबाद। राजनगर एक्सटेंशन स्थित KW सृष्टि सोसायटी में पिछले एक सप्ताह से पानी की आपूर्ति पूरी तरह ठप है, जिससे करीब 1500 निवासी गंभीर जल संकट का सामना कर रहे हैं। इस संकट के लिए सीधे तौर पर बिल्डर की घोर लापरवाही और उदासीनता को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है, जो अब निवासियों के सामने आने से भी बचता फिर रहा है। हालात इतने बदतर हो गए हैं कि लोगों को अब बोतल बंद पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। 

बिल्डर की अनदेखी: मूलभूत सुविधा से वंचित निवासी

सोसायटी के निवासियों की मानें तो बिल्डर ने शुरुआती दिनों में कुछ पानी के टैंकरों की व्यवस्था की थी, लेकिन वह 'ऊंट के मुंह में जीरा' साबित हुई। उसके बाद से बिल्डर ने कोई स्थायी या वैकल्पिक समाधान उपलब्ध कराने की जहमत नहीं उठाई है। शिकायतकर्ता प्रवीण प्रधान, जो एफ टॉवर के निवासी हैं, बताते हैं कि बाथरूम से लेकर सामान्य उपयोग तक, पानी की एक बूंद भी नहीं आ रही है। उमस भरी गर्मी में बिना पानी के गुजारा करना दूभर हो गया है। निवासियों को भारी कीमत चुकाकर बाहर से बोतल बंद पानी खरीदना पड़ रहा है, जिसकी मांग इतनी बढ़ गई है कि अब दुकानों में भी स्टॉक खत्म होने लगा है। बिल्डर के जनरल मैनेजर आरपी मिश्रा से संपर्क साधने की तमाम कोशिशें नाकाम रही हैं, क्योंकि वह सवालों का सामना करने से बचते फिर रहे हैं।

बेहाल बोरवेल और बिल्डर का 'बहाना'

सोसायटी में कुल 5 बोरवेल हैं, जिनमें से 4 कार्यरत बताए जाते हैं और एक बैकअप में है। हालांकि, सच्चाई यह है कि बैकअप वाला बोरवेल लंबे समय से सूखा पड़ा है। 4 में से भी एक पूरी क्षमता से नहीं चल रहा है और एक पूरी तरह बंद हो चुका है। यानी, 1550 फ्लैटों के लिए सिर्फ 2 बोरवेल किसी तरह पानी खींचने की कोशिश कर रहे हैं। इसका सीधा परिणाम यह हुआ है कि सोसायटी के पानी के टैंक खाली हो गए हैं और उनके तल में रेत जम गई है। कई फ्लैटों के फ्लश सिस्टम भी चोक हो गए हैं, जिन्हें अब अलग से साफ करवाना पड़ रहा है। कुछ महीने पहले पानी के नियमित परीक्षण में बैक्टीरिया भी पाए गए थे और बार-बार परीक्षण विफल रहे थे, जिसकी जानकारी सरकारी अधिकारियों को भी दी गई थी। इन गंभीर चेतावनियों के बावजूद, बिल्डर पानी जैसी मूलभूत जरूरत को पूरी तरह से नजरअंदाज कर रहा है।

निवासियों की आर-पार की लड़ाई

सोसायटी में अभी तक अपार्टमेंट ओनर एसोसिएशन (RWA) का गठन नहीं हुआ है, जिसके चुनाव 20 जुलाई को होने जा रहे हैं। 2015-16 में पजेशन मिलने के बाद से सोसायटी का रखरखाव बिल्डर ही देख रहा है। इस गंभीर संकट से जूझ रहे निवासियों ने अब जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री कार्यालय को पत्र लिखकर बिल्डर के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उनकी प्रमुख मांगें हैं: 

  • तत्काल जलापूर्ति बहाल की जाए
  • समस्या के समाधान तक प्रत्येक टॉवर में पर्याप्त पानी के टैंकर उपलब्ध कराए जाएं 
  • इस घोर लापरवाही के लिए बिल्डर व संबंधित मेंटेनेंस एजेंसी पर सख्त कार्रवाई की जाए। 

बिल्डर की इस आपराधिक निष्क्रियता ने निवासियों के जीवन को नरक बना दिया है और वे अब आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं।




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