अब मसूरी की वादियों में एंट्री से पहले रजिस्ट्रेशन अनिवार्य! जानिए नया नियम, QR पास और पूरा सिस्टम

विभु मिश्रा

देहरादून/मसूरी। 1 अगस्त 2025 से अगर आप मसूरी घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी होगा। उत्तराखंड पर्यटन विभाग ने यह व्यवस्था लागू की है ताकि पर्यटन सीज़न के दौरान बढ़ती भीड़ को कंट्रोल किया जा सके और मसूरी के इकोसिस्टम को बचाया जा सके। यह व्यवस्था NGT (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) के निर्देशों के अनुरूप लागू की जा रही है।

क्या है नया नियम?

अब मसूरी आने से पहले पर्यटकों को उत्तराखंड पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर अपनी यात्रा की जानकारी भरनी होगी। इसमें यात्रा की तारीख, वाहन नंबर, ठहरने की जगह आदि की जानकारी देनी होगी। रजिस्ट्रेशन पूरा करने पर एक QR कोड मिलेगा जिसे चेकपोस्ट पर स्कैन किया जाएगा।

कहां-कहां लागू होगा नियम?

यह व्यवस्था मुख्य रूप से मसूरी के तीन एंट्री पॉइंट्स किमाड़ी रोड, कुंठाल गेट और केम्प्टी फॉल रोड पर लागू की जा रही है। इन बिंदुओं पर ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडिंग (ANPR) कैमरे लगाए गए हैं जो QR कोड और वाहन नंबर को मिलाकर एंट्री की पुष्टि करेंगे।

क्यों उठाया गया यह कदम?

  • बीते 2 वर्षों में मसूरी में पर्यटकों की संख्या 11 लाख से बढ़कर 21 लाख तक पहुंच चुकी है।
  • ट्रैफिक जाम, जल संकट और कचरे की बढ़ती समस्या सामने आई है।
  • एक पर्यटक की जान तक चली गई क्योंकि एंबुलेंस जाम में फंस गई थी।
  • NGT ने चेतावनी दी कि यदि पर्यावरणीय संतुलन नहीं साधा गया, तो मसूरी की स्थिति बदतर हो सकती है।

क्या रहेगा शुरुआत में?

शुरुआती चरण में यह नियम कुछ हद तक शिथिल रहेगा। जिनके पास QR कोड नहीं होगा, उन्हें चेतावनी देकर एंट्री दी जा सकती है। लेकिन यह व्यवस्था ट्रायल मोड में चलेगी ताकि भविष्य में कठोर रूप से लागू किया जा सके।

अध्ययन रिपोर्ट की तैयारी

पर्यटन विभाग मसूरी की “धारण क्षमता” पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करवा रहा है ताकि यह आकलन किया जा सके कि एक समय में मसूरी कितने पर्यटकों को समाहित कर सकता है। इसके आधार पर भविष्य की नीति तैयार की जाएगी।




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