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विभु मिश्रा
मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने मुजफ्फरनगर में एक सनसनीखेज मुठभेड़ में कुख्यात अपराधी शाहरुख पठान को मार गिराया। यह खूंखार शार्प शूटर दिवंगत माफिया डॉन मुख्तार अंसारी और संजीव जीवा के आपराधिक नेटवर्क का प्रमुख हिस्सा था। इसने पश्चिमी यूपी में दहशत फैला रखी थी और पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। यह मुठभेड़ बीती देर रात छपार थाना क्षेत्र में हुई। STF की इस कार्रवाई ने मुख्तार के कमजोर पड़ते गिरोह को एक और करारा झटका दिया है।
अपराध की दुनिया का खूंखार चेहरा
शाहरुख पठान, खालापार का निवासी, मुख्तार अंसारी के गिरोह का कुख्यात शार्प शूटर था। उसके खिलाफ हत्या, लूट, रंगदारी और अन्य गंभीर अपराधों के 12 से अधिक मामले दर्ज थे। 2015 से फरार यह अपराधी पुलिस कस्टडी में भी हत्या जैसी संगीन वारदात को अंजाम दे चुका था। उसकी आपराधिक गतिविधियों ने मुजफ्फरनगर और आसपास के क्षेत्रों में आतंक का माहौल बना रखा था। STF के अनुसार, शाहरुख पर लंबे समय से नजर रखी जा रही थी, और वह 50 हजार रुपये का इनामी बदमाश था।
रात के अंधेरे में भयंकर मुठभेड़
14 जुलाई, 2025 की देर रात, मेरठ STF को गुप्त सूचना मिली कि शाहरुख पठान छपार थाना क्षेत्र के रोहाना मार्ग पर एक कार में सवार है। STF ने बिजोपुरा तिराहे पर घेराबंदी की। जैसे ही पुलिस ने कार को रोकने की कोशिश की लेकिन शाहरुख ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। उसने टीम पर 10 से अधिक राउंड फायरिंग की। STF ने जवाबी कार्रवाई में उसे घेर लिया और गोलीबारी में शाहरुख ढेर हो गया। इस मुठभेड़ में कोई पुलिसकर्मी घायल नहीं हुआ। ऑपरेशन का नेतृत्व STF कमांडर घुले सुशील चंद्रभान और मुजफ्फरनगर कमांडर संजय वर्मा ने किया।
हथियारों का जखीरा बरामद, जांच शुरू
मुठभेड़ के बाद STF ने मौके से एक कार, तीन पिस्तौल (जिनमें एक 9 एमएम देसी पिस्तौल शामिल थी) और 60 से अधिक कारतूस बरामद किए हैं। ये हथियार शाहरुख की आपराधिक योजनाओं की गंभीरता को दर्शाते हैं। पुलिस अब इन हथियारों के स्रोत और शाहरुख के नेटवर्क की जांच कर रही है। STF शाहरुख के अन्य साथियों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
मुख्तार और जीवा की भी हो चुकी है मौत
कुख्यात माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मृत्यु 28 मार्च, 2024 को बांदा जेल में हृदयाघात से हो गई थी। जबकि उसके बेहद करीबी संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की 7 जून 2023 को लखनऊ कोर्ट में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अधिकारियों के मुताबिक मुख्तार का आपराधिक नेटवर्क अभी भी सक्रिय है और शाहरुख पठान इसका महत्वपूर्ण हिस्सा था। इस मुठभेड़ ने अंसारी के गिरोह को और कमजोर कर दिया है।
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