स्वामी प्रसाद मौर्य को थप्पड़ मारने वाले रोहित की खुली किस्मत, थप्पड़ के बदले मिला 11 लाख का इनाम, अब किसने किया मौर्य को जूता मारने पर 21 लाख देने का ऐलान...पढ़ें पूरी खबर!

विभु मिश्रा

रायबरेली। स्वामी प्रसाद मौर्य को थप्पड़ मारकर चर्चाओं में आए रोहित द्विवेदी की किस्मत खुल गई। चर्चित ‘थप्पड़ कांड’ में जमानत पर बाहर आए रोहित द्विवेदी को सलोन के समाजसेवी आशीष तिवारी ने  11 लाख रुपये का चेक दिया और सम्मानित किया। इतना ही नहीं आशीष तिवारी ने एलान किया है कि “जो भी स्वामी प्रसाद मौर्य को जूता मारेगा, उसे 21 लाख रुपये का इनाम मिलेगा।” इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया और पूरे प्रदेश में बहस छिड़ गई।

माला पहनाकर जड़ा था थप्पड़

कुछ दिन पहले रायबरेली पहुंचे पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य को उस समय थप्पड़ पड़ा, जब वह गाड़ी से उतर रहे थे। रोहित द्विवेदी ने पहले समर्थक बनकर मौर्य को माला पहनाई और फिर अचानक सबके सामने थप्पड़ जड़ दिया। गुस्साए मौर्य समर्थकों ने रोहित और उसके साथी शिवम यादव को पकड़कर जमकर पीटा, जिससे रोहित लहूलुहान हो गया। पुलिस ने दोनों को मौके से हिरासत में ले लिया।

इनाम और नारेबाज़ी का माहौल

जेल से छूटते ही रोहित का स्वागत किसी सेलिब्रिटी जैसा हुआ। आशीष तिवारी ने समर्थकों के साथ पहुंचकर उसे 11 लाख रुपये का चेक थमाते हुए कहा कि “सनातन धर्म का अपमान किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं।” इसके बाद रोहित ने समर्थकों के साथ ‘जय श्री राम’ और ‘हर हर महादेव’ के नारे लगाए।

जूते पर 21 लाख का वादा

सबसे बड़ा धमाका तब हुआ जब आशीष तिवारी ने ऐलान किया कि “जो भी स्वामी प्रसाद मौर्य को जूता मारेगा, उसे 21 लाख रुपये का इनाम मिलेगा।” इस बयान से माहौल और गरमा गया। समर्थकों ने इसे धार्मिक गौरव से जोड़ा, जबकि विरोधियों ने इसे उकसाने वाला बताया।

परिवारों के बयान

उधर रोहित के पिता ने मौर्य और उनके समर्थकों पर पिटाई का आरोप लगाते हुए नामजद कार्रवाई की मांग की है। वहीं, शिवम यादव के पिता कृष्ण कुमार यादव ने साफ कहा कि उनके बेटे का करणी सेना से कोई लेना-देना नहीं है।  इस बयान ने मामले को और पेचीदा बना दिया है।





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