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तकनीक की रफ्तार ने अब सीधा असर हमारे करियर पर डालना शुरू कर दिया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और ऑटोमेशन अब केवल मशीनों तक सीमित नहीं रहे, बल्कि ये धीरे-धीरे मानव संसाधन की जगह लेने लगे हैं। बीते कुछ महीनों में कई AI सिस्टम्स जैसे ChatGPT और Grok ने चेतावनी दी है कि कुछ खास जॉब प्रोफाइल आने वाले 5 वर्षों में या तो पूरी तरह खत्म हो सकती हैं या उनका स्वरूप पूरी तरह बदल जाएगा।
नौकरियों की लिस्ट में शामिल कौन-कौन?
AI तकनीकों ने जिन नौकरियों को सबसे पहले प्रभावित किया है, वे अलग-अलग क्षेत्रों से हैं। इनमें से कई तो ऐसी हैं, जिनका कभी भविष्य में खत्म होना कोई सोच भी नहीं सकता था। आइए जानते हैं कि किन प्रोफाइल्स पर सबसे ज्यादा खतरा मंडरा रहा है:
डाटा फीडिंग ऑपरेटर: अब जानकारी सीधे वॉइस या स्कैन के जरिए सिस्टम में पहुंचाई जा सकती है, मैन्युअल एंट्री का दौर बीत चुका है।
ग्राहक कॉलिंग स्टाफ: अब कंपनियां AI कॉलिंग सिस्टम और चैटबॉट्स का इस्तेमाल कर रही हैं, जिससे इंसानी टेली-कम्युनिकेशन पर निर्भरता घट गई है।
पेमेंट काउंटर स्टाफ: खुद से भुगतान करने की तकनीक जैसे कियोस्क और डिजिटल पेमेंट गेटवे कैशियर की ज़रूरत को खत्म कर रहे हैं।
पारंपरिक कूरियर या पोस्टमैन: जब सामान ड्रोन से सीधे दरवाज़े पर पहुंचने लगे तो बीच के व्यक्ति की जरूरत कम हो जाती है।
इंडस्ट्रियल असेंबली वर्कर: फैक्ट्रियों में अब रोबोटिक आर्म्स ज्यादा सटीक और तेज़ी से काम कर रही हैं।
यात्रा सलाहकार: लोग अब मोबाइल ऐप्स के जरिए खुद ही अपनी छुट्टियां प्लान कर रहे हैं, जिससे मैन्युअल एजेंसीज की मांग गिर रही है।
अखबारी पत्रकार और फील्ड सेल्स स्टाफ: न्यूज़ जनरेशन और बिक्री दोनों में अब डिजिटल टूल्स एक्टिव हो चुके हैं।
टोल टैक्स कर्मी: FASTag जैसे ऑटोमेटेड सिस्टम से अब मैन्युअल टोल कलेक्शन लगभग खत्म हो गया है।
लाइब्रेरी सहायकों की भूमिका: डिजिटल पुस्तकालय और सर्च सिस्टम ने अब इंसानी मदद की जरूरत सीमित कर दी है।
फोटो डेवलपमेंट स्टाफ: एडिटिंग से लेकर प्रिंटिंग तक, अब स्मार्टफोन खुद ही फोटो स्टूडियो बन चुके हैं।
तो अब क्या करें?
घबराने की नहीं, खुद को बेहतर बनाने की जरूरत है। ये रहे कुछ स्मार्ट कदम जो आपको आगे ले जा सकते हैं:
नई तकनीकों की समझ: मशीन लर्निंग, क्लाउड कंप्यूटिंग या डिजिटल टूल्स से जुड़ी जानकारी हासिल करें।
ऐसे काम सीखें जो मशीनें नहीं कर सकतीं: इंसानी सोच, भावनात्मक इंटेलिजेंस, संवाद और रचनात्मकता की स्किल्स पर ध्यान दें।
लचीलापन और अपडेटेड माइंडसेट: वक्त के साथ बदलना ही आज की सबसे बड़ी स्मार्टनेस है।
AI को रोका नहीं जा सकता, लेकिन खुद को उससे बेहतर बनाया जा सकता है। वक्त रहते खुद को तैयार कीजिए वरना आपकी जगह लेने वाला शायद पहले से तैयार बैठा हो।
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