गाजियाबाद में मनाया गया मुल्तानी ज्योत महोत्सव, विशाल भंडारे में लोगों ने चखा मुल्तानी व्यंजनों का प्रसाद


विभु मिश्रा

गाजियाबाद। अविभाजित पंजाब के मुल्तान से चली आ रही 115 साल पुरानी परंपरा को गाजियाबाद के मुल्तान समाज ने धूमधाम से मनाया। श्रावण के पावन महीने में हरिद्वार में होने वाले मुल्तान श्रावण ज्योत महोत्सव के उपलक्ष्य में गाजियाबाद के बजरिया स्थित मदन दी हट्टी में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। इस उत्सव का समापन मुरादनगर के छोटा हरिद्वार में मां गंगा की महाआरती और महाज्योत विसर्जन के साथ हुआ।

भक्ति और सेवा का संगम

मुल्तान बिरादरी कल्याण समाज सेवा समिति द्वारा आयोजित इस भंडारे का शुभारंभ महादेव और मां गंगा को भोग लगाकर किया गया। यह परंपरा 1911 से चली आ रही है, जब मुल्तान के सनातन समाज ने भक्त रूपचंद जी के नेतृत्व में हरिद्वार आकर ज्योत महोत्सव की शुरुआत की थी। 1947 के बंटवारे के बाद भी मुल्तानी परिवार इस परंपरा को निभाते आ रहे हैं, जिसमें गाजियाबाद का मुल्तान समाज भी सक्रिय रूप से हिस्सा लेता है। इस भक्तिमय आयोजन में खास मुल्तानी व्यंजनों का प्रसाद भी बांटा गया, जिसमें मोठ कचौड़ी, मोठ चावल, पिंडी छोले-भटूरे, दाल हलवा और मालपुए शामिल थे।

राजनीतिक हस्तियों ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा

इस विशाल भंडारे में कई विशिष्ट अतिथियों ने हिस्सा लिया। इनमें सांसद अतुल गर्ग, पूर्व सांसद अनिल अग्रवाल, विधायक संजीव शर्मा, जगदीश साधना, आशु वर्मा, गौरव चोपड़ा, राजेंद्र मित्तल, पवन गोयल, सौरभ जायसवाल, संजीव मित्तल, दीप्ति अरोड़ा, कांग्रेस नेता बिजेंद्र यादव, के के शर्मा, नरेन्द्र भरद्वाज, अमोल खत्री, सपा नेता अभिषेक गर्ग, बसपा नेता परमानंद गर्ग समेत कई व्यापारी एवं सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी मौजूद रहे। जिनमें अभिषेक सचदेवा, संदीप बाटला, संजीव पुरी, अशोक अजमानी, संजीव कपूर, रमन मिगलानी, अनिल सांवरिया, राकेश बवेजा, राम अवतार जिंदल, अतुल गुप्ता, राजकुमार नागपाल आदि शामिल थे।

सफल आयोजन और सेवा भाव

आयोजक मंडल से एडवोकेट विनय कक्कड़, नरेश ढींगरा, गुलशन भ्रामरी, सतीश चोपड़ा, अजय गंभीर, भूपेंद्र चोपड़ा, अशोक अरोड़ा, यशपाल अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा, नवीन अरोड़ा, डी के गांधी, ललित मल्होत्रा, राजेंद्र गजवानी, विक्की कक्कड़, तिलक राज अरोड़ा, और डॉक्टर अशोक वासुदेव आदि ने मिलकर संगत की सेवा की। "जय गंगे मैया" के जयघोष के साथ भंडारा सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।



टिप्पणियाँ