डीएमई पर कार की टक्कर से घायल सिपाही हारा जिंदगी की जंग, विभाग ने दो दिन दबाए रखा मामला


फाइल फोटो: ट्रैफिक सिपाही विपिन कुमार

विभु मिश्रा

गाजियाबाद। दिल्ली–मेरठ एक्सप्रेसवे पर गाजियाबाद में दर्दनाक हादसे में घायल हुए ट्रैफिक पुलिसकर्मी विपिन कुमार आखिर जिंदगी की जंग हार गया और अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी शनिवार देर रात मौत हो गई। शुक्रवार 22 अगस्त को तेज़ रफ्तार अर्टिगा कार ने उन्हें टक्कर मारी थी, लेकिन विभाग ने इस मामले को दो दिन तक दबाए रखा। शनिवार को सीसीटीवी फुटेज वायरल होने के बाद ही रिपोर्ट दर्ज की गई। परिजनों में वरिष्ठ अधिकारियों की इस कार्यप्रणाली को लेकर गहरा आक्रोश है।

सीसीटीवी में हादसे का मंजर

फुटेज में दिख रहा है कि तेज़ रफ्तार अर्टिगा कार सीधे सिपाही विपिन कुमार की ओर बढ़ती है। बचने की कोशिश के बावजूद कार उन्हें जोरदार टक्कर मारती है और वह कई फुट ऊपर हवा में उछलकर दूर जा गिरते हैं। इस हादसे में विपिन गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उनका मणिपाल अस्पताल में इलाज चल रहा था।
कार की टक्कर से हवा में उछलते विपिन की सीसीटीवी फुटेज

विभाग की चुप्पी और आक्रोश

हादसा शुक्रवार को हुआ, लेकिन विभाग ने मामले को दबाए रखा। न तो रिपोर्ट दर्ज की गई और न ही परिजनों को समय रहते सही जानकारी दी गई। शनिवार को जब सीसीटीवी फुटेज वायरल हुई तब जाकर मामला दर्ज किया गया। इस रवैये को लेकर विपिन के परिजन बेहद नाराज हैं। वहीं साथी पुलिसकर्मियों में भी वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ नाराजगी और चर्चाएं तेज हैं।

गिरफ्तारी पर भी उठे सवाल

पुलिस ने आरोपी अर्टिगा चालक को गिरफ्तार करने का दावा किया है, लेकिन अब तक उसकी पहचान और गिरफ्तारी की जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई। इससे विभाग की पारदर्शिता पर और सवाल खड़े हो रहे हैं। यह घटना न सिर्फ ट्रैफिक पुलिसकर्मियों बल्कि आम लोगों की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल उठाती है।

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