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विभु मिश्रा
गाजियाबाद। राजनगर एक्सटेंशन की सोसाइटी के निवासियों का सब्र अब टूटने की कगार पर है। बिल्डरों की मनमानी पहले ही कमर तोड़ रही थी, ऊपर से गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) की लापरवाही ने उनकी जिंदगी को नर्क बना दिया है। ज्यादातर सोसाइटियोन के बाहर की सड़कें गड्ढों की खदान बन चुकी हैं, और बारिश ने तो इन गड्ढों को मौत के जाल में तब्दील कर दिया। जीडीए के खोखले वादों और बेशर्म अनदेखी ने निवासियों को इस कदर तंग कर दिया कि अब वो अपने सपनों के आशियाने बेचने को मजबूर हैं।
गड्ढों का मायाजाल
कई सोसायटियों के बाहर की सड़कें ऐसी है मानो चांद का सतह हो! डेढ़-डेढ़ फुट के गड्ढे, टूटी सड़कें और जलभराव ने यहां हर कदम पर खतरा खड़ा कर दिया। देविका स्काइपर्स निवासी यज्ञ तिवारी का कहना है कि उन्होंने जीडीए को ट्विटर से लेकर हर मंच पर शिकायत की, मगर जीडीए के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। कुछ दिन पहले जीडीए ने ट्विटर पर बड़े-बड़े वादे किए कि सड़क जल्द ठीक होगी, लेकिन हकीकत में एक इंच काम नहीं हुआ। नतीजा? हर बारिश में सड़कें तालाब बन जाती हैं, और गाड़ियां गड्ढों में फंसकर बर्बाद हो रही हैं।
बारिश बनी आफत
शनिवार की सुबह हुई मूसलाधार बारिश ने जीडीए की पोल खोल दी। जलभराव ने एक्सटेंशन की सड़कों के गड्ढों को छिपा लिया, और नतीजतन कई गाड़ियां इनमें फंस गईं। स्थानीय निवासियों ने जैसे-तैसे इन्हें निकाला, लेकिन तब तक गाड़ियों को भारी नुकसान हो चुका था। एक निवासी ने गुस्से में बताया कि उनकी नई-नवेली कार अब गैरेज की शोभा बढ़ा रही है। जीडीए की लापरवाही अब लोगों की जेब पर डाका डाल रही है, और हर बारिश में यही कहानी दोहराई जा रही है।
सपनों का घर, सजा का ठिकाना
निवासियों का कहना है कि बिल्डर की मनमानी ने सोसाइटी के अंदर जीना मुश्किल किया, तो बाहर जीडीए की बेरुखी दोहरी मार मार रही है। हर बारिश में जलभराव और टूटी सड़कें उनकी जिंदगी को और मुश्किल बना देती हैं। कई निवासी अब इतने हताश हैं कि अपने फ्लैट बेचकर इस नर्क से भागने की सोच रहे हैं। सवाल ये है कि आखिर जीडीए की नींद कब टूटेगी? कब तक निवासियों को इस लापरवाही की कीमत चुकानी पड़ेगी?
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टिप्पणियाँ



GDA ने सरकार को बदनाम कराने की kasam खाई है, RAJ NAGAR EXTN में कुछ काम नहीं कर रही है
जवाब देंहटाएंWorst development authority GDA. Isko toh band kar dena chahiye
जवाब देंहटाएंMost corrupt authority is "Ghaziabad Development Authority" GDA ... SHAME ON GDA
जवाब देंहटाएंNeed to restructure GDA team top to bottom. #UPchief minister
जवाब देंहटाएंGda kuch nhi kr rhi. Tweet kro sab milke
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