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दीपांशु मित्तल
गाजियाबाद। मान्यवर काशीराम राजकीय महाविद्यालय, नंदग्राम, गाजियाबाद में शौर्यगाथा परिषद और इतिहास विभाग के संयुक्त तत्वाधान में काकोरी ट्रेन एक्शन डे का शताब्दी महोत्सव पूरे हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। यह आयोजन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के ऐतिहासिक काकोरी कांड की 100वीं वर्षगांठ को समर्पित था, जिसने देशभक्ति और शहीदों के प्रति सम्मान का अद्भुत उत्साह जगाया। वर्षभर चले विभिन्न कार्यक्रमों के बाद समापन समारोह ने सभी को क्रांतिकारियों के बलिदान और शौर्य से प्रेरित किया।
शहीद वाटिका का निर्माण और पर्यावरण संरक्षण
महाविद्यालय परिसर में शहीदों की स्मृति में एक विशेष शहीद वाटिका का निर्माण किया गया। इस वाटिका में रोवर्स-रेंजर्स, राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस), और राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक वृक्षारोपण किया। इस पहल का उद्देश्य न केवल शहीदों को श्रद्धांजलि देना था, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता भी फैलाना था। इसके अतिरिक्त, स्वच्छता अभियान के तहत परिसर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए विशेष प्रयास किए गए। छात्रों ने परिसर की साफ-सफाई में सक्रिय भागीदारी निभाई, जिससे एक प्रेरणादायक और स्वच्छ वातावरण तैयार हुआ।
देशभक्ति से सराबोर पदयात्रा
समापन समारोह का एक मुख्य आकर्षण थी देशभक्ति पदयात्रा, जिसमें सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इस पदयात्रा में क्रांतिकारी गीतों जैसे मेरा रंग दे बसंती चोला, सरफरोशी की तमन्ना, और वंदे मातरम की गूंज सुनाई दी। नारों और गीतों के साथ छात्रों ने काकोरी कांड के नायकों को याद किया और उनके बलिदान को नमन किया। इस पदयात्रा ने न केवल युवाओं में जोश भरा, बल्कि स्थानीय समुदाय में भी देशभक्ति की भावना को प्रज्वलित किया।
शैक्षिक और सांस्कृतिक आयोजन
इतिहास विभाग की प्राध्यापक डॉ. श्वेता शर्मा ने काकोरी ट्रेन एक्शन की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और इसके महत्व पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि 9 अगस्त 1925 को क्रांतिकारियों ने काकोरी में ट्रेन लूटकर ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक सशक्त संदेश दिया था। महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. संगीता गुप्ता ने शहीद राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्लाह खान, और अन्य क्रांतिकारियों की शौर्य गाथा सुनाकर सभी को भावविभोर कर दिया। उनके वक्तव्य ने छात्रों में देशभक्ति और बलिदान की भावना को और मजबूत किया।
प्रतियोगिताओं में छात्रों का उत्साह
समारोह में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिनमें छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में काकोरी कांड और स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित प्रश्न पूछे गए। इस प्रतियोगिता में राधिका (बीकॉम द्वितीय वर्ष) ने प्रथम, करन (बीए तृतीय वर्ष) ने द्वितीय, और इशिता (बीएससी तृतीय वर्ष) ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। पोस्टर प्रतियोगिता में छात्रों ने काकोरी कांड और क्रांतिकारियों के जीवन को रचनात्मक रूप से चित्रित किया। इस प्रतियोगिता में मुन्नी (बीए तृतीय वर्ष) ने प्रथम, पूजा (बीए द्वितीय वर्ष) ने द्वितीय, और ऋचा (बीए प्रथम वर्ष) ने तृतीय स्थान हासिल किया। इन प्रतियोगिताओं ने छात्रों की रचनात्मकता और ऐतिहासिक जागरूकता को प्रदर्शित किया।
वर्षभर के आयोजन: एक नजर
काकोरी ट्रेन एक्शन डे के शताब्दी महोत्सव के तहत वर्षभर विभिन्न शैक्षिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। इनमें निबंध लेखन, वाद-विवाद, नाटक मंचन, और क्रांतिकारी गीतों की प्रस्तुति शामिल थी। इन आयोजनों का उद्देश्य युवा पीढ़ी को स्वतंत्रता संग्राम के नायकों से परिचित कराना और उनके बलिदान को याद रखने के लिए प्रेरित करना था।
समापन और संदेश
समापन समारोह में प्राचार्य प्रो. संगीता गुप्ता ने कहा, "काकोरी कांड के शहीदों ने हमें स्वतंत्रता का मूल्य सिखाया। यह हमारा दायित्व है कि हम उनके सपनों को साकार करें और एक मजबूत, समृद्ध भारत का निर्माण करें।" इस अवसर पर सभी ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और देश के लिए समर्पण की शपथ ली।
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