देविका स्काइपर्स: लाखों में फ्लैट, लेकिन हाल किसी खंडहर से बदतर! बिल्डर गूंगा-बहरा बना बैठा, रेजिडेंट्स बोले—ये हमारी सबसे बड़ी भूल थी!



विभु मिश्रा

गाजियाबाद। राजनगर एक्सटेंशन की देविका स्काइपर्स सोसायटी आज बदहाली की मिसाल बन चुकी है। एक समय लोगों के सपनों का आशियाना समझी जाने वाली इस हाउसिंग सोसायटी के हालात अब ऐसे हो गए हैं कि यहां रहने वाले खुद उस दिन को कोसते हैं जब उन्होंने इस फ्लैट में पैसा लगाया था। रौनक तो चंद दिनों की थी, अब तो रोजाना बदइंतजामी, बिल्डर की बेरुखी और खतरनाक हालातों का सामना इन रेजिडेंट्स की नियति बन चुकी है।

‘न रहने लायक’ घोषित, फिर भी बिल्डर की बेशर्मी कायम!

फायर सेफ्टी विभाग पहले ही देविका स्काइपर्स को ‘न रहने लायक’ घोषित कर चुका है। बाकायदा दीवारों पर चेतावनी लिख दी गई है। लेकिन बिल्डर ने कानों में रुई ठूंस ली है। मेंटेनेंस के नाम पर हर महीने हजारों वसूलने वाला ये बिल्डर आज तक सोसायटी को एओए को हैंडओवर देने को तैयार नहीं हुआ। जबकि यहां तीसरी एओए भी बन चुकी है।

प्लास्टर झड़ रहा, फायर सिस्टम ठप

सोसायटीवासी और एओए सदस्य मनोज पवार ने बताया कि टावर्स के कई हिस्सों से प्लास्टर झड़ चुका है, जिससे आए दिन कोई ना कोई हादसा होता रहता है। फायर सेफ्टी सिस्टम पूरी तरह फेल है। कोई बड़ा हादसा हुआ तो जानमाल की भारी हानि तय है। बावजूद इसके बिल्डर मरम्मत कराने के नाम पर चुप्पी साधे बैठा है।

बेसमेंट बना नरक: बदबू, चूहे और बारिश का कहर

रेजिडेंट यज्ञ तिवारी बताते हैं कि बेसमेंट महीनों से साफ नहीं हुआ। भारी बदबू से वहां सांस लेना मुश्किल है। बारिश का पानी लगातार भर रहा है और निकासी की कोई व्यवस्था नहीं। यहां खड़ी कारों को चूहे कुतर रहे हैं। हालात इतने बदतर हैं कि अब चूहे फ्लैटों तक पहुंच चुके हैं और घरों में भी नुकसान पहुंचा रहे हैं।

स्ट्रीट डॉग्स का आतंक, बच्चों का निकलना मुश्किल

सोसायटी में स्ट्रीट डॉग्स की संख्या बेतहाशा बढ़ गई है। बच्चों के खेलने में डर बना रहता है। यही नहीं, अब ये कुत्ते फ्लैटों के दरवाजों तक गंदगी फैलाने लगे हैं। साफ-सफाई के नाम पर कोई काम नहीं हो रहा, और हालात हर दिन बद से बदतर हो रहे हैं। रेजिडेंट्स का कहना है कि वो बार-बार शिकायतें कर-करके थक चुके हैं, लेकिन बिल्डर को कोई फर्क नहीं पड़ता। ऐसे में अब लोग प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि इस बेशर्म बिल्डर पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि उन्हें इंसाफ मिल सके और जिंदगी दोबारा चैन से जी सकें।




टिप्पणियाँ

  1. Prasasan तभी क्यों jagta है जब कोई घटना हो जाती हैं... दुखद है, ऐसे बिल्डर का बहिष्कार होना चाहिए और कठोर कानूनी करवाई भी

    जवाब देंहटाएं
  2. गली गली में शोर हा देविका बिल्डर चोर हा

    जवाब देंहटाएं
  3. सब चोर हा मिले हुए हा बिल्डर पैसे खिला रहा पुलिस पर कार्रवाई ना करने के लिए

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत बुरा हाल है। लोग डर के साए में रहने को मजबूर हैं। प्रशासन कोई एक्शन न नहीं लेता बिल्डर के खिलाफ।

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत खराब स्थिति है यहां पर

    जवाब देंहटाएं
  6. Very bad situation. Immediate action required

    जवाब देंहटाएं
  7. This is alarming situation and builder also very careless, nobody reply when contact. UP government please see my msg and take action.

    जवाब देंहटाएं
  8. If you come and see deeply inside the society, it is worst than that is showing in the picture, kab kon sa incident ho jaye ... never know. Who will be responsible for that.

    जवाब देंहटाएं
  9. V.bad situation. Immediate action required.plz do something

    जवाब देंहटाएं

एक टिप्पणी भेजें