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विभु मिश्रा
गाजियाबाद। राजनगर एक्सटेंशन स्थित राज एम्पायर सोसायटी में सोमवार शाम साइबर सेल नंदग्राम द्वारा एक जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य नागरिकों को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करना और डिजिटल सुरक्षा के टिप्स देना था। यह आयोजन साइबर चौपाल अभियान के अंतर्गत हुआ, जिसमें वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं ने खास भागीदारी की।
बढ़ते साइबर अपराधों पर फोकस
संगोष्ठी में साइबर सेल प्रभारी अरुण कुमार ने बताया कि "वर्तमान समय में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। फर्जी कॉल, लिंक और ओटीपी के जरिए लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। ऐसे में नागरिकों को सचेत रहने और जागरूक रहने की आवश्यकता है। साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 को हर नागरिक को याद रखना चाहिए, ताकि किसी भी फ्रॉड की स्थिति में त्वरित कार्रवाई हो सके।"
महिलाओं और बुजुर्गों पर विशेष ज़ोर
कार्यक्रम में विशेष रूप से महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को साइबर ठगी से बचाव के उपाय बताए गए। बैंकिंग फ्रॉड, सोशल मीडिया पर फ्रॉड, पहचान की चोरी जैसे विषयों पर विस्तार से जानकारी दी गई। साइबर टीम ने लाइव उदाहरणों के जरिए बताया कि किस तरह साधारण सी चूक बड़े नुकसान में बदल सकती है। मोरटा चौकी प्रभारी विक्रांत सिंह ने भी अपने अनुभव साझा किए और सतर्क रहने की अपील की।
संयोजक का संदेश
कार्यक्रम के संयोजक तेजस चतुर्वेदी (राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, युवा विभाग - भारत तिब्बत समन्वय संघ) ने कहा, "साइबर सुरक्षा अब केवल तकनीकी विषय नहीं, बल्कि सामाजिक विषय बन चुका है। इस तरह की चौपालें लोगों में भरोसा जगाती हैं और उन्हें सही समय पर सही निर्णय लेने में मदद करती हैं।" इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी दीपांशु मित्तल, राजवीर सिंह, एस. के. पांडे, प्रवीण अधिकारी, नरेश शर्मा, पवन सिंघल, ललित शर्मा, नेगी जी, बैरिस्टर जी, शिवेंद्र माथुर, रूबल और करन दत्ता समेत काफी संख्या में रेजिडेंट्स उपस्थित रहे। अंत में सभी वक्ताओं ने ऐसे कार्यक्रमों को निरंतर चलाए जाने पर बल दिया।
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