चेतेश्वर पुजारा ने क्रिकेट को कहा अलविदा, साथियों और दिग्गजों ने दी भावुक विदाई

विभु मिश्रा

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट की टेस्ट बल्लेबाज़ी का मजबूत स्तंभ कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा ने रविवार 24 अगस्त 2025 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। 37 वर्षीय पुजारा ने सोशल मीडिया के माध्यम से यह जानकारी साझा की और अपने 20 साल लंबे क्रिकेट करियर पर विराम लगा दिया।

पुजारा का भावुक बयान

संन्यास की घोषणा करते हुए पुजारा ने लिखा-
“भारतीय जर्सी पहनना, राष्ट्रगान गाना और देश के लिए अपना सब कुछ झोंक देना… यह सब मेरे लिए सपने जैसा रहा। लेकिन हर अच्छी चीज़ का एक अंत होता है। गहरे आभार के साथ मैं क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का फैसला कर रहा हूँ। अपने परिवार, दोस्तों, कोच और फैंस का शुक्रिया, जिन्होंने हर वक्त मेरा साथ दिया।”

करियर की झलक

पुजारा ने भारत के लिए 103 टेस्ट मैच खेले और 43.60 की औसत से 7195 रन बनाए। उनके बल्ले से 19 शतक और 35 अर्धशतक निकले। एकदिवसीय क्रिकेट में उन्होंने 5 मैचों में 51 रन बनाए। उन्हें हमेशा “नई दीवार” के नाम से याद किया जाएगा, क्योंकि उन्होंने कठिन परिस्थितियों में टीम को संभाला और लंबे समय तक क्रीज पर टिककर जीत की नींव रखी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2018-19 और 2020-21 की ऐतिहासिक सीरीज में उनकी पारियां आज भी याद की जाती हैं।

दिग्गजों और साथियों की प्रतिक्रियाएँ

पुजारा के संन्यास की खबर के बाद साथी खिलाड़ियों और पूर्व दिग्गजों ने उन्हें शुभकामनाएँ दीं—

अनिल कुंबले: “शानदार करियर के लिए बधाई! आप इस अद्भुत खेल के बेहतरीन एंबेसडर रहे हैं। आपके साथ काम करना सौभाग्य की बात थी। पूजा, अदिति और आपके पिता जी के लिए शुभकामनाएँ।”

वीरेंद्र सहवाग: “आपका धैर्य और जुझारूपन भारतीय क्रिकेट के लिए प्रेरणा रहा है। शानदार टेस्ट करियर के लिए बधाई।”

युवराज सिंह: “जिसने तन, मन और आत्मा देश के लिए समर्पित की, वह चेतेश्वर पुजारा हैं। आउटस्टैंडिंग करियर के लिए शुभकामनाएँ।”

रविचंद्रन अश्विन: “Well done Puji. Happy retirement.”

सूर्यकुमार यादव: “Happy Retirement to you pujju bhai.”

प्रज्ञान ओझा: “आपकी मेहनत और पेशेवर रवैया लंबे समय तक याद किया जाएगा। आने वाले वर्षों के लिए शुभकामनाएँ।”

रिद्धिमन साहा: “बेहतरीन करियर के लिए बधाई Puji। आपके साथ खेलना गर्व की बात रही।”

परिवार का समर्थन

संन्यास का फैसला लेने से पहले पुजारा ने अपने पिता अरविंद पुजारा से चर्चा की। पिता ने मज़ाक में कहा—“क्या एक और रणजी सीजन नहीं खेलोगे?” लेकिन चेतेश्वर का जवाब था—“अब समय है नई पारी शुरू करने का।” उन्होंने कहा कि इस फैसले के बाद वह खुद को हल्का महसूस कर रहे हैं।

हमेशा याद रहेंगे पुजारा

चेतेश्वर पुजारा का करियर सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं है। उन्होंने टीम इंडिया को मुश्किल हालात में संभाला और धैर्य की मिसाल पेश की। उनकी पारियां आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा रहेंगी। भले ही उन्होंने बल्ला रख दिया हो, लेकिन भारतीय क्रिकेट इतिहास में उनका नाम हमेशा “नई दीवार” के रूप में दर्ज रहेगा।

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