राजनगर रेजिडेंसी का 21 वर्षीय अंश, मासूम चेहरे के पीछे दरिंदगी का वीभत्स खेल

विभु मिश्रा
गाजियाबाद। राजनगर एक्सटेंशन की पॉश सोसाइटी राजनगर रेजिडेंसी के एक टावर में अजीब सा सन्नाटा है। यहां रहने वाला 21 वर्षीय अंश शर्मा अपने दोस्तों के साथ मिलकर ऐसा घिनौना खेल खेल रहा था, जिसकी भनक तक किसी को नहीं लगी। पुलिस ने उसे शुक्रवार को दो दोस्तों के साथ गिरफ्तार कर उसके इस घिनौने कृत्य से पर्दा उठा दिया। पुलिस के अनुसार, अंश ने नाबालिग लड़कियों को फंसाकर न सिर्फ उनकी अस्मत लूटी बल्कि ब्लैकमेल कर उनके घरों से सोना, जेवर और नकदी तक मंगवाई।

मासूमियत के पीछे दरिंदगी

राजनगर रेजिडेंसी में रहने वाला अंश शर्मा बाहर से एक मासूम नौजवान दिखता है। लेकिन जब शुक्रवार को मोदीनगर पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी की और उसके कुकर्म को उजागर किया तो हर कोई हैरान रह गया। मासूम आंखों और चेहरों के पीछे का जो अंश निकलकर आया उसने उसकी हैवानियत को जगजाहिर कर दिया।
पुलिस के मुताबिक वह अपने साथी नमन (19), निवासी ब्रह्मपुरी, मोदीनगर और अक्षित (20), निवासी दुर्गापुरी, तिबड़ा रोड, मोदीनगर के साथ मिलकर मासूम लड़कियों को शिकार बना रहा था। पुलिस का कहना है कि यह गिरोह लंबे समय से लड़कियों को बहलाकर जाल में फंसाकर रेप करने के बाद उनकी अश्लील फोटो-वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर रहा था।

अस्मत भी लूटी और पैसा भी

हाल ही में अंश और उसके दोस्तों ने दो नाबालिग लड़कियों की ना सिर्फ इज्जत तार तार की बल्कि उन्हें ब्लैकमेल करये हुए लाखों की नगदी और जेवर घर से मंगाकर लूट लिए। इन दोनों लड़कियों के परिजनों की शिकायत पर ही इनकी गिरफ्तारी हुई। पुलिस ने उनके कब्जे से एक जोड़ी सोने के कुंडल, एक चांदी का छल्ला और करीब 1.09 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं। पूछताछ में तीनों ने अपने अपराध कबूल कर लिए हैं। पुलिस का कहना है कि यह रकम लड़कियों से लिए गए जेवर बेचकर हासिल की गई थी। पुलिस अभी पता कर रही है कि क्या इन लड़कियों के अलावा भी इस गिरोह ने और लड़कियों को भी तो शिकार नहीं बनाया है।

राजनगर रेजिडेंसी में चर्चा और डर

सोसाइटी के लोग इस खुलासे से स्तब्ध हैं। किसी को अंदाज़ा नहीं था कि उन्हीं के बीच रहने वाला एक युवक इस तरह की वहशियाना करतूत कर रहा था। राजनगर रेजिडेंसी में अब हर जगह इसी की  चर्चा है। 

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