राज एम्पायर सोसाइटी ने बनाई 31 सदस्यीय अस्थाई समिति, अब बिल्डर से होगी सीधी जवाबदेही

विभु मिश्रा
गाजियाबाद। राजनगर एक्सटेंशन स्थित राज एम्पायर सोसाइटी में निवासियों ने अब बिल्डर पर निर्भर रहने की बजाय खुद कमान संभाल ली है। सोसाइटी में आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में तय किया गया कि अधूरे काम पूरे कराने के लिए 31 सदस्यीय प्रतिनिधि अस्थाई समिति बिल्डर से सीधे वार्ता करेगी।

अधूरे कामों से बढ़ी नाराज़गी

सोसाइटी में लंबे समय से अधूरे कार्यों की वजह से निवासियों में असंतोष बढ़ रहा था। पानी, पार्क, बिजली से जुड़े कई मुद्दों पर बार-बार शिकायत के बावजूद समाधान नहीं निकल पाया। इसी को देखते हुए निवासियों ने ठोस कदम उठाने का निर्णय लिया और बिल्डर से जवाबदेही तय करने की ठानी।
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सामूहिक सहमति से बना पैनल

बैठक में बड़ी संख्या में निवासी मौजूद रहे। चर्चा के बाद यह सहमति बनी कि बिल्डर से संवाद के लिए एक प्रतिनिधि समिति का गठन किया जाए। इस समिति का काम होगा लंबित कार्यों को प्राथमिकता से पूरा कराना और नियमित रूप से निवासियों को प्रगति की जानकारी देना।

31 सदस्य होंगे प्रतिनिधि

इस समिति में शामिल होने के लिए कुल 31 निवासियों ने आगे आकर अपना नाम प्रस्तावित किया। सभी नाम सार्वजनिक रूप से रखे गए और सहमति से समिति गठित की गई।

समिति सदस्यों की सूची

अजय राठौर, अनिल चौहान, अनूप शुक्ला, कमल तोमर, केशव जी, गौरव शर्मा, गुरमीत कौर, खुशी जी, धनंजय कुमार, दीपक त्यागी, पारुल बालियान, पंकज वर्मा, प्रमोद जी, पुष्पा किशोर, मानव तनेजा, मनीष गुप्ता (ए ब्लॉक), मनीष गुप्ता (बी ब्लॉक), मनोज पांडेय, एड. मयंक कौशिक, रूबल, रवि कथूरिया, बी.एन. शर्मा, हेमंत कुमार शर्मा, शिव कुमार बंसल, शैलेन्द्र कुमार, संजय बरूड़ी, सरिता ठाकुर जी, सौरभ शर्मा, सतेंद्र सिंह, विकास कुमार सिंह और नेहा सुयाल।

निवासियों को अब उम्मीद

निवासियों का मानना है कि समिति के सक्रिय होने से बिल्डर पर दबाव बनेगा और अधूरे कार्य समयबद्ध तरीके से पूरे होंगे। उनका कहना है कि यह पहल केवल सुविधाओं के लिए ही नहीं, बल्कि सोसाइटी की पारदर्शिता और जिम्मेदारी तय करने के लिए भी जरूरी थी।

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