दुजाना गैंग का 50 हजार का इनामी गैंगस्टर बलराम ठाकुर एनकाउंटर में ढेर, जानिए किस मामले में था वांछित

विभु मिश्रा
गाजियाबाद। शनिवार शाम वेव सिटी थाना क्षेत्र के अंडरपास पर पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई। इस एनकाउंटर में कुख्यात अपराधी और अनिल दुजाना गैंग का सक्रिय सदस्य बलराम ठाकुर ढेर हो गया। उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था और वह लंबे समय से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था।

रंगदारी के बाद तेज हुई तलाश

दो दिन पहले ही बलराम ने गाजियाबाद में मदन स्वीट्स और एक लोहे के कारोबारी से लाखों रुपये की रंगदारी मांगी थी। वारदात के बाद से ही जिले की पुलिस उसकी लोकेशन ट्रैक कर रही थी।

पुलिस पर बरसाई गोलियां

शनिवार को जब पुलिस ने वेव सिटी अंडरपास के पास उसे घेरा तो बलराम ने सरेंडर करने की बजाय गोलियां चलानी शुरू कर दीं। एडीसीपी क्राइम पीयूष सिंह और क्राइम ब्रांच स्वॉट टीम प्रभारी अनिल राजपूत की अगुवाई में पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। गोली लगने से बलराम गंभीर रूप से घायल हुआ और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई।

कमिश्नर के कार्यकाल का पहला बड़ा एनकाउंटर

बलराम ठाकुर के खिलाफ कई संगीन मुकदमे दर्ज थे और उसकी तलाश लगातार जारी थी। पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गौड़ के कार्यकाल का यह पहला बड़ा फुल एनकाउंटर माना जा रहा है। अधिकारियों ने इसे अपराध पर नकेल कसने की अहम कार्रवाई बताया और साफ कहा कि गाजियाबाद में अब किसी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।

जहांगीराबाद का रहने वाला था बदमाश

पुलिस के अनुसार, बलराम ठाकुर मूल रूप से बुलंदशहर जिले के जहांगीराबाद का रहने वाला था। उसका जुड़ाव अनिल दुजाना गैंग से था और वह इलाके में रंगदारी वसूलने तथा दहशत फैलाने के लिए बदनाम था।

पुलिस की आगे की रणनीति

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जिले में अपराधियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जाएगा। गैंगस्टर और रंगदारी मांगने वाले बदमाशों की लिस्ट तैयार कर ली गई है। आने वाले दिनों में ऐसी और कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि अपराधियों में खौफ पैदा हो और आम लोगों में सुरक्षा की भावना मजबूत हो सके।

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