कौशांबी की मिग्सन-नीलम विहार का दर्द- टूटी सड़कें, कूड़ा और नशा!

कौशांबी में अवैध झुग्गियों का जाल
विभु मिश्रा
गाजियाबाद। कौशाम्बी क्षेत्र की मिग्सन होम्ज़ और नीलम विहार कॉलोनियों के निवासी बुनियादी सुविधाओं की बदहाली से त्रस्त हैं। आवारा पशुओं से लेकर टूटी सड़कों, अवैध कूड़ा डंपिंग और गैरकानूनी नशे के कारोबार तक, समस्याओं का अंबार खड़ा हो चुका है। निवासियों का कहना है कि प्रशासन की अनदेखी ने उनके जीवन को असुरक्षित और असहनीय बना दिया है। अब उन्होंने सार्वजनिक रूप से आवाज़ उठाकर तत्काल कार्रवाई की मांग रखी है।

टूटी सड़कें और मलबे का ढेर

क्षेत्रवासियों का कहना है कि कॉलोनियों की अधिकांश सड़कें गड्ढों और दरारों से जर्जर हो चुकी हैं। जगह-जगह पड़े मलबे और गंदगी से न केवल आवागमन बाधित होता है, बल्कि दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ गया है। आवारा पशुओं की लगातार मौजूदगी लोगों की सुरक्षा को और खतरे में डाल रही है।

अवैध कूड़ा डंपिंग का जाल

निवासियों ने आरोप लगाया कि इलाके में अवैध रूप से कूड़ा फेंका और बेचा जा रहा है। इससे चारों ओर बदबू, मच्छरों और संक्रमण का माहौल फैल रहा है। गंदगी के कारण स्वास्थ्य संबंधी गंभीर खतरे पैदा हो गए हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई अब तक दिखाई नहीं दी है।

नशे के कारोबार से असुरक्षा

स्थानीय लोगों ने यह भी खुलासा किया कि क्षेत्र में गैरकानूनी नशे का कारोबार खुलेआम चल रहा है। इससे न केवल युवाओं का भविष्य खतरे में है, बल्कि पूरी कॉलोनी का माहौल भी बिगड़ रहा है। निवासियों का कहना है कि यह गतिविधियाँ अपराध और असुरक्षा को बढ़ावा दे रही हैं।

प्रदर्शन की चेतावनी

मिग्सन और नीलम विहारवासियों ने मांग की है कि प्रशासन आवारा पशुओं को हटाए, सड़कें और मलबा तुरंत दुरुस्त करे तथा कूड़े और नशे के कारोबार पर सख्त कार्रवाई करे। उनका कहना है कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे मजबूर होकर बड़े स्तर पर विरोध करेंगे।

विशेष: रोचक और अपने से जुड़ी खबरों के लिए "मौन एक्सप्रेस" को जरूर फॉलो करें। 

टिप्पणियाँ