गाजियाबाद में 'डॉग अटैक' पर काबू की तैयारी, आवारा कुत्तों को लगेगी माइक्रोचिप और रेबीज वैक्सीन

विभु मिश्रा
गाजियाबाद। नगर निगम ने आवारा कुत्तों की समस्या से निपटने के लिए बड़ा कदम उठाया है। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक की अध्यक्षता में हुई एनिमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक में 11 अहम फैसले लिए गए। इनमें तीन एबीसी सेंटर का संचालन, मास रेबीज वैक्सीनेशन, आरएफआईडी माइक्रोचिपिंग और डॉग शेल्टर बनाने की योजना प्रमुख हैं।

नगर आयुक्त के निर्देश

नगर आयुक्त ने कहा कि श्वानों के बध्याकरण और रजिस्ट्रेशन कार्य में तेजी लाई जाए। टीम को निर्देश दिया गया कि नए बस अड्डे स्थित एबीसी सेंटर पर जल्द कार्य शुरू किया जाए। निगम ने यह भी तय किया कि प्रति माह दो बार बैठक कर प्रगति की समीक्षा होगी। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के तहत डॉग शेल्टर की कार्ययोजना भी विभाग को तैयार करनी होगी। साथ ही, हेल्पलाइन 9650934500 पर आने वाली शिकायतों का तुरंत निस्तारण किया जाए।
नगरायुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक 

माइक्रोचिप और टीकाकरण योजना

नगर आयुक्त ने घोषणा की कि गाजियाबाद नगर निगम उत्तर प्रदेश का पहला निगम होगा जहां निराश्रित श्वानों को मास रेबीज वैक्सीनेशन और आरएफआईडी बेस्ड माइक्रोचिप लगाई जाएगी। इसके जरिए प्रत्येक श्वान का पंजीकरण, वैक्सीनेशन और बध्याकरण का पूरा डेटा एक प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध रहेगा। निगम का दावा है कि इससे डॉग अटैक की घटनाओं और अन्य समस्याओं पर बेहतर नियंत्रण होगा।

बढ़ाई जाएगी बध्याकरण और टीकाकरण की रफ्तार

उपमुख्य पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. अनुज कुमार सिंह ने बताया कि बैठक में सुप्रीम कोर्ट के आदेश और एबीसी नियम 2023 को लागू करने पर जोर दिया गया। उन्होंने कहा, “निगम सीमा में बध्याकरण और टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाई जाएगी। पालतू कुत्तों का पंजीकरण 311 एप और जीएमसी पेट एप से अनिवार्य होगा। कार्यदायी संस्था द्वारा नए सिरे से श्वानों की गणना की जाएगी, ताकि योजनाएं और कारगर बनें। आरडब्ल्यूए और एओए को अपनी सोसाइटी में फीडिंग पॉइंट स्थापित करने की जिम्मेदारी दी गई है।”
बैठक में मौजूद अधिकारी और पार्षद

अधिकारियों और सदस्यों की मौजूदगी

बैठक में डॉ. एस.पी. पांडेय (मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी), डॉ. हरिवंश सिंह (उपमुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी), डॉ. सौरभ कुमार (पशु चिकित्सा अधिकारी), डॉ. आशीष त्रिपाठी (पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी), डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह (नगर स्वास्थ्य अधिकारी), पार्षद संजय सिंह (वार्ड-100), नीतू शर्मा (सदस्य SPCA) समेत संबंधित अधिकारी व सदस्य उपस्थित रहे। पार्षद संजय सिंह ने सुझाव दिया कि बध्याकरण की कार्रवाई वार्डवार की जाए, जिस पर समिति ने सहमति जताई।

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