पहली बार राजनगर एक्सटेंशन की सड़कों पर निकली राम बारात, भव्यता और श्रद्धा से गूंजा क्षेत्र


विभु मिश्रा
गाजियाबाद। राजनगर एक्सटेंशन रामलीला ट्रस्ट ने शुक्रवार को पहली बार मुख्य सड़क से राम बारात की भव्य शोभायात्रा निकाली। इस ऐतिहासिक आयोजन ने पूरे इलाके को भक्तिमय बना दिया। राम बारात के मार्ग पर स्थित सोसाइटियों के निवासियों और श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और जगह-जगह झांकियों का स्वागत फूलों की वर्षा और आरती से किया। यह आयोजन न केवल धार्मिक उल्लास का प्रतीक बना, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक विरासत का भी अनोखा प्रदर्शन रहा।

इन मार्गों से निकली शोभायात्रा, हुआ स्वागत

राम बारात अग्रवाल हाइट से प्रारंभ हुई और भव्य सजावट के बीच केडीपी गोल चक्कर से होते हुए आगे बढ़ी। इसके बाद यात्रा सिहानी ग्राम, अजनारा इंटिग्रिटी, गौर कास्केड, आशियाना चौक और फॉर्च्यून हाइट जैसे प्रमुख स्थानों से गुज़री। पूरे मार्ग पर लोगों ने बड़ी संख्या में बारात का स्वागत किया और भगवान राम की जयकारों से वातावरण गूंज उठा। यात्रा का समापन रामलीला मैदान में हुआ, जहां श्रद्धालुओं ने भगवान राम की झांकी के दर्शन किए और आरती उतारकर आशीर्वाद प्राप्त किया।

श्रद्धालुओं और आयोजकों का उत्साह

राम बारात के संयोजक अभिषेक शर्मा ने इसे क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक पल बताया। उन्होंने कहा कि पहली बार एक्सटेंशन में निकली राम बारात ने हजारों लोगों को जोड़कर भक्ति और उत्सव का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया। श्रद्धालुओं ने इसे समाज को जोड़ने वाला आयोजन बताया और कहा कि यह परंपरा आने वाले वर्षों में और भी भव्य स्वरूप लेगी।

सहयोगियों ने निभाई अहम भूमिका

आयोजन को सफल बनाने में रामलीला ट्रस्ट के संरक्षक राकेश त्यागी, एडवोकेट तेजवीर त्यागी, पार्षद सुमन लता पाल, पंकज भारद्वाज, एन.के. शर्मा, अनिल तोमर, अनिल शर्मा, दीपक सहलोत, अंकित गुप्ता, नरेश सिरोही, एडवोकेट प्रदीप त्यागी, मनोज अग्रवाल, रूपक चौधरी, राहुल ढाका, अभिषेक शर्मा, भूरी सिंह, अरविंद भारद्वाज, कैप्टन सचिन शर्मा, कुश त्यागी, रवींद्र कुमार गर्ग, कपिल त्यागी, कपिल शर्मा, अतुल त्यागी और डॉक्टर अनिल सिंह समेत सभी पदाधिकारी और सदस्यों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसके अतिरिक्त डिजिटल वॉलेंटियर्स फोर्स के स्वयंसेवी कार्यकर्ताओं और पुलिस प्रशासन ने भी तत्परता से ट्रैफिक व्यवस्था संभालते हुए शोभायात्रा को सुचारू बनाने में सहयोग किया।

सांस्कृतिक विरासत का अनूठा संगम

राम बारात में आकर्षक झांकियों, पारंपरिक वाद्ययंत्रों और भक्तों की जयकारों ने माहौल को भक्ति रस से भर दिया। महिलाओं और बच्चों की बड़ी संख्या में उपस्थिति ने इसे और विशेष बना दिया। पहली बार राजनगर एक्सटेंशन की सड़कों पर राम बारात देखना श्रद्धालुओं के लिए अविस्मरणीय अनुभव रहा, जिसने यह साबित किया कि आधुनिक सोसाइटी संस्कृति के बीच भी भारतीय परंपराओं की जड़ें कितनी गहरी और जीवंत हैं।

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