गाजियाबाद की सोसाइटियों के लिए फेडरेशन हुआ सक्रिय, प्रशासन पर बनेगा दबाव

विभु मिश्रा
गाजियाबाद। शहर की आवासीय सोसाइटियों के लिए राहत की पहल आज से शुरू हो गई है। फ्लैट ओनर्स फेडरेशन गाजियाबाद ने 2 सितंबर 2025 से अपनी सदस्य सोसाइटियों को औपचारिक निर्देश जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह कदम यूपी अपार्टमेंट मॉडल बाइलॉज़ की धारा 48 के तहत उठाया गया है, जो फेडरेशन को अपनी सदस्य सोसाइटियों के एसोसिएशन को दिशा-निर्देश देने का अधिकार देता है।

सामूहिक आवाज की ताकत

गाजियाबाद की ज्यादातर सोसाइटियों की समस्याएं जैसे जलभराव, सीवरेज, पार्किंग, बिजली और सुरक्षा अब तक अलग-अलग स्तर पर उठाई जाती रही हैं। लेकिन अब फेडरेशन इन मुद्दों को एकजुट होकर प्रशासन तक पहुंचाएगा। सामूहिक आवाज से समाधान की संभावना कहीं ज्यादा बढ़ जाएगी।

कर्नल त्यागी की सक्रिय भूमिका

फेडरेशन के चेयरमैन कर्नल तेजेंद्र पाल त्यागी (वीरचक्र) ने साफ कहा कि उद्देश्य केवल शिकायतें दर्ज कराना नहीं है, बल्कि सोसाइटियों का समग्र विकास करवाना है। उनके अनुसार, जब सभी सोसाइटियां एक संगठन के रूप में खड़ी होंगी तभी उन्हें प्रशासन से उचित सुविधाएं मिल सकेंगी।
प्रशासन से सीधा समन्वय
फेडरेशन के नए निर्देशों के बाद सोसाइटियों को अब जिला प्रशासन, विकास प्राधिकरण और नगर निगम से सीधे संवाद स्थापित करने में आसानी होगी। इससे शिकायतों के लंबित रहने और फाइलों में अटके रहने की स्थिति से छुटकारा मिलने की उम्मीद है।

निर्देशों से मिलेगा मार्गदर्शन

आज से जारी हुए दिशा-निर्देशों के माध्यम से सोसाइटियों के एसोसिएशन अपने कार्यों को व्यवस्थित करेंगे और समस्याओं को प्रभावी ढंग से आगे रख पाएंगे। इससे न केवल मौजूदा परेशानियां सुलझेंगी, बल्कि नई योजनाओं और विकास कार्यों का रास्ता भी खुलेगा।

निरंतर सहयोग का भरोसा

फेडरेशन की राजनगर एक्सटेंशन इकाई के मीडिया प्रभारी मनोज अग्रवाल ने कहा कि संगठन समय-समय पर सोसाइटियों को मार्गदर्शन देता रहेगा। प्रशासनिक अधिकारियों के साथ नियमित बैठकें और सामूहिक पहल के जरिए फेडरेशन निवासियों को दीर्घकालिक राहत दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।

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