डीपी यादव ने वितरक समाज की पहल को सराहा, अब्दुल कलाम जयंती पर मनाया जाएगा ‘वितरक दिवस’

विभु मिश्रा 
गाजियाबाद। समाज में अपने योगदान को पहचान दिलाने की दिशा में वितरक समाज की मुहिम को अब सियासी समर्थन भी मिलने लगा है। गाज़ियाबाद में राष्ट्रीय परिवर्तन दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष डीपी यादव ने इस पहल की सराहना करते हुए डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की जयंती (15 अक्टूबर) को ‘वितरक दिवस’ के रूप में मनाने के निर्णय का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि यह कदम समाज को नई पहचान और सम्मान देगा।

वितरक समाज की रीढ़ पर जोर

डीपी यादव ने कहा कि वितरक समाज देश की सूचना व्यवस्था की रीढ़ है, जो समाचार और विचारों को घर-घर तक पहुंचाने का कार्य करता है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि समाज की समस्याओं और जरूरतों के समाधान के लिए वे हर संभव सहयोग करेंगे। यादव ने इस मौके पर वितरक समाज के साथ साइन बोर्ड पर हस्ताक्षर कर शुभकामनाएं भी दीं।

राष्ट्रीय स्तर पर मिला समर्थन

कार्यक्रम में जम्मू से ऑल इंडिया न्यूज़ पेपर डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन के चेयरमैन संजीव केरनी, राष्ट्रीय अध्यक्ष बब्बर सिंह चौहान, अशोक शिशोदिया, पिंटू रावल, चंद्रांशु त्यागी और नसीम अली सहित बड़ी संख्या में वितरक साथी मौजूद रहे। सभी ने मिलकर इस निर्णय का स्वागत किया और इसे वितरक समाज के सम्मान का ऐतिहासिक कदम बताया।

नई पहचान की उम्मीद

वितरक प्रतिनिधियों ने कहा कि ‘वितरक दिवस’ मनाने की घोषणा से उनका मनोबल बढ़ा है। इस कदम से समाज को वह पहचान मिलेगी, जिसकी वह वर्षों से प्रतीक्षा कर रहा था। उनका कहना था कि यह दिन उनके योगदान को राष्ट्रीय मंच पर उजागर करने में मील का पत्थर साबित होगा।

विशेष: रोचक और अपने से जुड़ी खबरों के लिए "मौन एक्सप्रेस" को जरूर फॉलो करें।

Comments