गाजियाबाद जेल में ‘स्ट्रेस-फ्री स्टाफ’ ड्राइव, अधिकारियों-कर्मचारियों को मिली प्रैक्टिकल ट्रेनिंग

विभु मिश्रा
गाजियाबाद। डासना जिला कारागार में शनिवार को इंडिया विज़न फाउंडेशन और एचएमएल फाउंडेशन के सहयोग से ‘प्रोजेक्ट होप’ के अंतर्गत अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए तनाव प्रबंधन पर विशेष कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यक्रम का उद्देश्य जेल स्टाफ को तनावमुक्त होकर अधिक प्रभावी ढंग से काम करने के लिए तैयार करना था।
जेलकर्मियों को मोटिवेट करते जेल सुप्रिटेंडेंट सीताराम शर्मा

प्रशिक्षण का उद्देश्य

जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कहा कि वर्तमान कार्य-परिस्थितियों में तनाव को नियंत्रित करना और मानसिक संतुलन बनाए रखना अनिवार्य है। उन्होंने कर्मचारियों को प्रेरित करते हुए बताया कि तनावमुक्त रहकर काम करने से कार्यक्षमता बढ़ती है और कार्य वातावरण बेहतर बनता है।

विशेषज्ञों का व्यावहारिक मार्गदर्शन

इंडिया विज़न फाउंडेशन की ओर से प्रशिक्षक प्रमोदिनी विकास खुराना और उनकी टीम ने तनाव प्रबंधन से जुड़ी तकनीकों, अभ्यासों और रोजमर्रा की स्थितियों से निपटने के तरीके समझाए। उन्होंने स्टाफ को सरल एक्सरसाइज और माइंडफुलनेस गतिविधियों का अभ्यास कराया। प्रशिक्षण के अंत में प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए। इस दौरान रेव. डॉ. शिवालिक, सागर दत्त और त्रिवेणी चौधरी भी मौजूद रहे।

अधिकारी-कर्मचारी रहे उपस्थित

कार्यक्रम में उपकारागारक अरविंद कुमार, शिवानी यादव, विजयसलेखा गुप्ता, फार्मासिस्ट राकेश त्रिपाठी सहित बड़ी संख्या में अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए। जेल प्रशासन ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम आगे भी नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे, ताकि स्टाफ मानसिक रूप से सशक्त और बेहतर कार्य-उत्पादन के लिए सक्षम बने।

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