शिप्रा कृष्णा विस्ता में बरगद-पीपल की कटाई से श्रद्धा आहत, रेजिडेंट्स ने ये किया काम....

बरगद के पेड़ के सामने क्षमा याचना करते रेजिडेंट्स
विभु मिश्रा 
गाजियाबाद। इंदिरापुरम स्थित शिप्रा कृष्णा विस्ता सोसायटी में ट्रिमिंग के नाम पर हुए पेड़ों के कटान ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। आरोप है कि बरगद और पीपल जैसे पूजनीय वृक्ष काट दिए गए, जिससे न सिर्फ पर्यावरण को नुकसान पहुँचा, बल्कि धार्मिक भावनाएँ भी गहराई से आहत हुईं। कटाई का पता लगते ही निवासियों ने कटे हुए बरगद के स्थान पर सामूहिक पूजा, क्षमा-याचना और वृक्षारोपण अभियान शुरू कर विरोध जताया।

पूजनीय पेड़ों की कटाई पर दुख

निवासियों के अनुसार सोसायटी परिसर में कई पेड़ ट्रिमिंग के बहाने काटे गए, जिनमें बरगद और पीपल भी शामिल थे। पार्किंग क्षेत्र में पड़ी कटी लकड़ियों और घटते पेड़ों ने लोगों का ध्यान खींचा। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में कटे पेड़ों के अवशेष हटवाने की जल्दबाज़ी ने संदेह और गहरा किया। लोगों ने इस कार्रवाई को “पेड़ नहीं, आस्था की हत्या” बताया।
सोसायटी में पेड़ों की कटाई का विरोध करते बच्चे

पूजा और सार्वजनिक क्षमा-याचना

पेड़ों की कटाई से दुखी निवासियों ने रविवार सुबह एकत्र होकर कटे बरगद के पास विशेष पूजा-अर्चना की। महिलाओं, बुजुर्गों और युवाओं ने मिलकर हनुमान चालीसा का पाठ किया और हाथ जोड़कर सार्वजनिक क्षमा-याचना की। कई लोगों की आंखें नम थीं, और इसे “पेड़-पितृ के प्रति प्रायश्चित” बताया गया।

वृक्षारोपण कर की कार्रवाई की मांग

पूजा के तुरंत बाद वृक्षारोपण अभियान शुरू किया गया। बच्चों से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक ने पौधे लगाए और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। निवासियों ने वन विभाग और जिला प्रशासन से बिना अनुमति कटाई की जांच, जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई और भविष्य में पेड़ों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।

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