राजनगर एक्सटेंशन: ​अब रिवर हाइट्स में थप्पड़ की गूंज, अभद्र टिप्पणी से आग बबूला सचिव ने जड़ा तमाचा, बवाल! जानिए पूरा मामला....

आलोक शर्मा को थप्पड़ जड़तीं सचिव ऋतु चौधरी 
विभु मिश्रा 
गाजियाबाद। राजनगर एक्सटेंशन की रिवर हाइट्स सोसायटी में एक बार फिर 'सिविल वॉर' जैसी स्थिति पैदा हो गई है। मर्यादा और शालीनता को ताक पर रखकर शुरू हुई जुबानी जंग अब शारीरिक टकराव में तब्दील हो चुकी है। एओए सचिव ऋतु चौधरी द्वारा स्थानीय निवासी आलोक शर्मा को जड़ा गया एक तमाचा पूरी सोसायटी में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस घटना ने न केवल सोसायटी के वॉट्सअप ग्रुप के गलत इस्तेमाल और उस पर होने वाली अभद्रता को उजागर किया है, बल्कि सोसायटी के भीतर सुलग रही गुटबाजी की आग को भी हवा दे दी है।

विवादों का स्थायी पता

​रिवर हाइट्स सोसायटी का नाम इस एओए के कार्यकाल में विकास कार्यों के बजाय विवादों के लिए अधिक सुर्खियों में रहा है। यह सोसायटी कभी सचिव और कोषाध्यक्ष को असंवैधानिक तरीके से हटाने के दांव-पेंच, तो कभी पूर्व एओए पदाधिकारियों के साथ हुई हिंसक झड़पों को लेकर चर्चा में रही है। आलम यह है कि यहां प्रशासन का दखल भी आम हो चुका है। कई बार डिप्टी रजिस्ट्रार द्वारा एओए के फैसलों को पलटने और कड़े दिशा-निर्देश जारी करने के बावजूद यहां की आंतरिक कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। हर कुछ महीनों में एक नया विवाद यहां के निवासियों के सुकून में खलल डाल देता है।
आलोक शर्मा पर कुर्सी से हमला करतीं ऋतु चौधरी

वॉट्सअप मैसेज और 'थप्पड़कांड'

​ताजा विवाद की चिंगारी सोसायटी के वॉट्सऐप ग्रुप से उठी, जिसमें सोसायटी रेजिडेंट आलोक शर्मा ने सचिव ऋतु चौधरी के व्यक्तित्व पर निशाना साधते हुए बेहद अमर्यादित और अभद्र टिप्पणियां कीं। इन संदेशों को पढ़ने के बाद ऋतु चौधरी अपना आपा खो बैठीं। उन्होंने सोसायटी में सबके सामने आलोक शर्मा को तमाचा जड़ दिया। इस घटना के बाद से सोसायटी की महिलाओं और प्रबुद्ध वर्ग में आलोक शर्मा के प्रति गहरी नाराजगी है। महिलाओं का स्पष्ट कहना है कि वैचारिक मतभेद अपनी जगह हैं, लेकिन किसी महिला के लिए अपशब्दों का प्रयोग स्वीकार्य नहीं है।

एओए शांत, पूर्व सचिव का समर्थन

सुबोध त्यागी
 इस संवेदनशील मामले में हैरत की   बात ये है कि सचिव ऋतु त्यागी के   साथ ही इस अभद्रता पर एओए के   बाकी पदाधिकारी शांत हैं। लेकिन   पूर्व सचिव सुबोध त्यागी ने ऋतु   चौधरी के पक्ष में मोर्चा खोल दिया   है। उन्होंने कड़े शब्दों में निंदा करते   हुए कहा कि सोसायटी के साझा   मंचों पर किसी महिला के लिए ऐसी अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करना शर्मनाक है। आलोक शर्मा को अपनी गलती स्वीकारते हुए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। मां, बहन और बेटी का सम्मान समाज में सर्वोपरि है और इसे ठेस पहुंचाने का हक किसी को नहीं है। श्री त्यागी ने साफ किया कि सम्मान की इस लड़ाई में वे ऋतु चौधरी के साथ खड़े हैं। बताया जा रहा है कि सचिव ऋतु चौधरी द्वारा इस मामले में आलोक शर्मा के खिलाफ नंदग्राम थाने में तहरीर भी दी गई है।
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