फॉर्च्यून रेजिडेंसी में डिफॉल्टर लिस्ट पर आर-पार, रेजिडेंट्स का एओए के खिलाफ गेट पर धरना

एओए के खिलाफ धरना देते रेजिडेंट्स
विभु मिश्रा 
गाजियाबाद। राजनगर एक्सटेंशन स्थित फॉर्च्यून रेजीडेंसी में आज उस समय माहौल गरमा गया जब बड़ी संख्या में निवासियों ने सोसाइटी के मुख्य गेट पर एओए के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। निवासियों का आरोप है कि बार-बार मांग के बावजूद 31 मार्च 2025 तक की डिफॉल्टर सूची सार्वजनिक नहीं की जा रही है। प्रदर्शनकारियों ने साफ कर दिया है कि यह लड़ाई अब पारदर्शिता और हक की है।

हक के लिए शांतिपूर्ण हुंकार

​सोसाइटी के गेट पर शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हुए इस धरने में निवासियों ने अपनी एकता का परिचय दिया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे केवल नियमों के तहत डिफॉल्टरों की सूची मांग रहे हैं ताकि सोसाइटी के वित्तीय प्रबंधन में स्पष्टता आए। आज के इस प्रदर्शन ने एओए प्रबंधन पर भारी दबाव बना दिया है।

प्रबंधन को अंतिम चेतावनी

​निवासियों ने एओए अध्यक्ष और सचिव को चेतावनी भरा पत्र सौंपते हुए कहा है कि उनके पास केवल एक सप्ताह का समय है। यदि सात दिनों के भीतर सूची जारी नहीं की गई, तो यह शांतिपूर्ण धरना 'अनिश्चितकालीन आंदोलन' में तब्दील हो जाएगा, जिसकी पूरी जवाबदेही प्रबंधन की होगी।

निवासियों का सामूहिक समर्थन

​इस मांग पत्र पर सोसाइटी के जागरूक निवासियों ने हस्ताक्षर कर अपना समर्थन दिया है। ​धरने में संजय सिंह यादव, नितिन शर्मा, संदीप चौहान, सी.एस. त्यागी, अंश सक्सेना, सुशांत, राजेश, बिजेंद्र कुमार विद्रोही, कनक सिन्हा, कमलेश आदि बड़ी संख्या में रेजिडेंट्स शामिल रहे।
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