कल से सड़कों पर 'बिना कोड' नहीं चलेंगे ई-रिक्शा, गाजियाबाद पुलिस का बड़ा कदम

विभु मिश्रा 
गाजियाबाद। शहर की सड़कों पर अब बेतरतीब ई-रिक्शा का राज खत्म होने जा रहा है। यातायात व्यवस्था को सुधारने और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गाजियाबाद पुलिस ने नई रणनीति तैयार की है। अब हर ई-रिक्शा पर यूनिक क्यूआर कोड होना अनिवार्य होगा। 31 दिसंबर की समय सीमा समाप्त होते ही पुलिस बिना कोड वाले वाहनों के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू करने जा रही है।

​क्यूआर कोड से होगी पहचान

​पुलिस की इस नई पहल के तहत हर ई-रिक्शा पर एक खास क्यूआर कोड लगाया जाएगा। इसे स्कैन करते ही ड्राइवर का नाम, फोटो और मोबाइल नंबर जैसी पूरी जानकारी सामने आ जाएगी। इससे न केवल यात्रियों का भरोसा बढ़ेगा, बल्कि किसी भी अनहोनी या हादसे की स्थिति में पुलिस तुरंत चालक तक पहुँच सकेगी।

महिलाओं की सुरक्षा होगी पुख्ता

​डीसीपी ट्रैफिक के अनुसार, यह कदम मुख्य रूप से महिला सुरक्षा को ध्यान में रखकर उठाया गया है। अक्सर ई-रिक्शा में छेड़छाड़ या दुर्व्यवहार की शिकायतें आती हैं, लेकिन चालक की पहचान न होने से कार्रवाई मुश्किल होती थी। अब क्यूआर कोड होने से अपराधी चाहकर भी कानून की नजरों से बच नहीं पाएंगे।

​जाम से मिलेगी बड़ी राहत

​बिना रजिस्ट्रेशन और अनधिकृत रूट पर चलने वाले ई-रिक्शा ही शहर में जाम की मुख्य वजह हैं। नई व्यवस्था लागू होने से पुलिस को नो-एंट्री जोन और निर्धारित रूट की निगरानी करने में आसानी होगी। ट्रैफिक पुलिस ने साफ कर दिया है कि नियम तोड़ने वालों के खिलाफ अब सीधी कानूनी कार्रवाई और जब्ती की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।

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