गाजियाबाद में टैक्सी ड्राइवर हत्याकांड का खुलासा: बच्चे के अपहरण की बड़ी साजिश भी बेनकाब, दो गिरफ्तार

 ड्राइवर के मर्डर का खुलास करते एसीपी रितेश त्रिपाठी 
विभु मिश्रा 
गाजियाबाद। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर 20 नवंबर को स्विफ्ट डिजायर कार में मिले टैक्सी चालक हरिराम पौदार के शव वाले मामले का पुलिस ने महज 13 दिन में पूरा पर्दाफाश कर दिया। विजयनगर पुलिस और स्वाट टीम ने दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया। एसीपी रितेश त्रिपाठी ने बताया कि ड्राइवर की गला घोंटकर हत्या की गई थी और इसके पीछे दिल्ली के एक बच्चे के अपहरण की खतरनाक साजिश थी।

अपहरण की साजिश ही हत्या की वजह बनी

एसीपी रितेश त्रिपाठी ने बताया कि आरोपी दिल्ली के व्यापारी विपुल झा के 11 वर्षीय बेटे अंश झा को अगवा करने का पूरा प्लान बना चुके थे। इसके लिए उन्हें एक साफ-सुथरी कार चाहिए थी। उन्होंने अलीगढ़ से हरिराम पौदार की स्विफ्ट डिजायर सिर्फ 32 सौ रुपये में बुक की थी ताकि शक न हो। 
हत्यारोपी गोविंद और शनि 

गला घोंटकर उतारा मौत के घाट

एसीपी ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने कबूला कि रास्ते में जब ड्राइवर ने गाड़ी छीनने का विरोध किया तो दोनों ने प्लास्टिक की रस्सी और अपने अंगोछे से उसका गला घोंट दिया। हत्या के बाद शव को पिछली सीट पर डाला और कार को अंतिरिक्ष बिल्डिंग के सामने एक्सप्रेसवे किनारे छोड़कर फरार हो गए।

13 दिन में साजिश का पर्दाफाश

एसीपी रितेश त्रिपाठी ने बताया कि सीसीटीवी, सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से 2 दिसंबर की रात IPEM कॉलेज के पास गोविंद (27) और शनि उर्फ छोटू (21) को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों बदायूं के रहने वाले हैं। इनके पास से मृतक का मोबाइल, कार दस्तावेज, आधार-डीएल-पैन-वोटर कार्ड, हत्या में इस्तेमाल रस्सी और अंगोछा बरामद हुआ है। इधर बच्चे के उस दिन स्कूल ना आने के कारण उसके अपहरण की साजिश भी नाकाम हो गई।

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